सफेद पेठे का जूस पीने के फायदे और नुकसान की जानकारी आपको हैरान कर सकती है। सफेद पेठा या ऐश गॉर्ड (Ash Gourd) एक प्रकार की सब्जी है, जिसमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
इसमें कैलोरी कम होती है लेकिन विटामिन, खनिज, फाइबर और कई अन्य पोषक तत्व इसमें भरपूर मात्रा में होते हैं। सफेद पेठे के रस की तासीर शीतल होती है। इसका सेवन गर्मी के दिनों में शरीर को ठंडक, ताजगी और ऊर्जा प्रदान करने वाला माना जाता है।
सफेद पेठे का जूस पीने के फायदे और नुकसान
पेठे के फल के ऊपर धूल जैसा एक सफेद परत होती है, इसलिए सफेद पेठा को अंग्रेजों में ‘ऐश गार्ड’ के रूप में जाना जाता है। यह पचने में आसान और स्वाद में बिल्कुल भी कड़वा नहीं होता है।
इसे सब्जी के रूप में या दाल और सांभर में मिलाकर अपने आहार का हिस्सा बनाया जा सकता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण पाए जाते हैं, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और कई बीमारियों से बचाता है।
अगर पेठे का नियमित सेवन किया जाए तो कई गंभीर बीमारियों से राहत मिल सकती है।
सफ़ेद पेठे के जूस में मौजूद पोषक तत्व मात्रा (प्रति 100 ग्राम)
- फाइबर 0.5 g
- विटामिन A 738 μg
- मैग्नीशियम 12 mg
- पोटासियम 340 mg
- विटामिन C 9 mg
- विटामिन E 1.06 mg
- विटामिन B6 0.061 mg
- फोलिक एसिड (विटामिन B9) 16 μg
आइए इस लेख में सफेद पेठे का जूस पीने के फायदे और नुकसान के बारें में विस्तार से जानते हैं।
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सफेद पेठे का जूस पीने के फायदे – Ash Gourd Juice benefits in Hindi
पाचन क्रिया रहती है दुरुस्त –
सफेद पेठा का रस पाचन तंत्र को मज़बूत बनाता है। सफेद पेठा में कम कैलोरी होने के कारण इसके सेवन से मेटाबॉलिज्म अच्छा रहता है।
इसका नियमित सेवन पाचन में सुधार करता है और पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है। फलतः पाचन को मजबूत करने और भोजन को तेजी से पचाने के लिए सफेद पेठे का रस पिया जा सकता है।
कब्ज दूर करने में फायदेमंद
सफेद पेठे के रस में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है। इसके सेवन से आंतों को सक्रिय कर मल त्याग को आसान करने में मदद मिलती है। एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों के साथ, सफेद पेठा में गेस्ट्रो-प्रोटेक्टिव गुण भी मौजूद होते हैं।
फलतः इसके रस का सेवन पेट में गैस की समस्या को कम कर कब्ज़ और पेट में जलन की समस्या से राहत दिलाता है। यदि आप अक्सर कब्ज से पीड़ित रहते हैं, तो सफेद पेठे के रस का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
वजन कम करने में मददगार
सफेद पेठे के जूस को आमतौर पर वजन घटाने वाला जूस माना जाता है। सफेद पेठे का जूस फाइबर से भरपूर कम कैलोरी वाला आहार माना जाता है। सफेद पेठे के जूस में मौजूद गुण वजन कम करने की चाह रखने वालों के लिए बहुत ही सहायक है।
पेठा का रस वजन कम करने में बहुत कारगर माना जाता है। रोजाना इसका सेवन करने से शरीर में अनावश्यक चर्बी को कम करके मोटापे को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
इसके सेवन करने के कई घंटों बाद तक पेट भरा हुआ महसूस होता है, इस प्रकार सफेद पेठा सेवन से शरीर रहता है हाइड्रेट, जो आपके वज़न कम करने में मदद करता है।
शरीर होता है डिटॉक्स
क्योंकि सफेद पेठा का रस कैलोरी में कम और पानी से भरपूर होता है। इसका जूस शरीर में शरीर होता है डिटॉक्समौजूद टॉक्सिन्स को कम करने में मददगार साबित होता है।
सफेद पेठे का जूस भारी से भारी सर्दी और जुखाम में बेहद कारगर दवा के रूप में इस्तेमाल की जा सकती है।
शरीर को हाइड्रेट रखने में मददगार
सफेद पेठा में 90% से अधिक पानी होता है। गर्मी के मौसम में इसका सेवन आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता है और शरीर को हाइड्रेट रखता है।
सूजन को कम करने में सहायक
सफेद पेठा एंटी इंफ्लेमेटरी गुण से युक्त होता है। जो सूजन को कम करने में सहायक माना जाता है।
त्वचा के लिए फ़ायदेमंद-
सफेद पेठा का रस (Benefits of ash gourd juice in Hindi) त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है। सफेद पेठा के रस में विटामिन-C और एंटीऑक्सीडेंट गुणों की उपस्थिति के कारण, यह त्वचा को मुक्त कणों से बचाता है।
इसके रस का सेवन त्वचा को चमकदार बनाने, झुर्रियों, दाग-धब्बों को दूर करने में मदद करता है।
बालों को स्वस्थ रखने में मददगार –
सफेद पेठे के रस में आयरन और फोलेट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यह बालों को मजबूत, घना और काला बनाने में मदद करता है। नियमित रूप से इसके रस का सेवन बालों का झड़ना, टूटना और सफेद होने से रोकने में मदद करती है।
इम्यूनिटी होती है बूस्ट –
इसमें पाए जाने वाले कैल्शियम, जिंक, फॉस्फोरस, थायमिन और राइबोफ्लेविन जैसे तत्व एनर्जी बढ़ाता है और थकान दूर करता है। पेठा का रस इम्यूनिटी बूस्ट कर सामान्य सर्दी, खांसी, बुखार, साइनसाइटिस आदि के लक्षणों में मदद करता है।
पथरी की समस्या में राहत
पथरी की समस्या में और पीलिया के रोगियों के लिए फ़ायदेमंद होता है सफेद पेठा का रस। कहा जाता है कि सफेद पेठा के रस में हींग मिलाकर सेवन करने से पथरी की समस्या में राहत मिलती है।
इसके अलावा सफेद पेठा विटामिन-बी और विटामिन-सी से भरपूर होता है। पेठे में मौजूद यह गुण भी पथरी की समस्या को कम करने में कारगर साबित हो सकता है।
हार्ट के रोगियों के लिए फ़ायदेमंद
सफेद पेठा एक स्वादिष्ट एवं स्वास्थ्यवर्धक प्राकृतिक पेय है। सफेद पेठे के जूस का सेवन हृदय रोगों में फायदेमंद माना जाता है।
सफेद पेठे के जूस में उच्च फाइबर मौजूद होने के कारण शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है। साथ ही यह शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल को बनाए रखता है जो हृदय रोगियों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।
मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियों में फ़ायदेमंद
बढ़ती उम्र और तनाव दोनों स्मरण शक्ति को कमजोर करती है। एक अध्ययन के अनुसार दिमाग के सोचने-समझने और काम करने की क्षमता को बढ़ाने में शरीर में मौजूद डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे हॉर्मोन का बहुत बड़ा हाथ होता है।
सफेद कद्दू (कुम्हड़ा) का जूस इन हॉर्मोन को सक्रिय करता है। जो मस्तिष्क से जुड़ी समस्याओं मे फायदेमंद हो सकता है। इसकी तासीर शीतल होने के कारण गर्मी में शरीर को ठंडा रखता है।
अस्थमा और गठिया रोग में फ़ायदेमंद
सफेद पेठा के रस का सेवन अस्थमा और गठिया रोग में फ़ायदेमंद माना जाता है। इसमें उपस्थित गुण ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसी श्वसन संबंधी रोगों में लाभकारी है।
डायबिटीज़ (शुगर) को करे कंट्रोल
शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा कम करने में सफेद पेठे का जूस बहुत ही लाभप्रद है। इसमें मौजूद कई विटामिन और कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे खनिज डायबिटीज़ की समस्या को कंट्रोल कर सकता है।
सफेद पेठे का जूस पीने के नुकसान
सफेद पेठे के जूस के फायदे के साथ-साथ आपके लिए सफेद पेठे का जूस पीने के नुकसान के बारे में जानना जरूरी है। जैसा कि हम जानते हैं, किसी भी चीज का अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता है।
सफेद पेठा(Ash Gourd) के रस का अधिक सेवन से होने वाले संभावित दुष्प्रभावों से इनकार नहीं किया जा सकता है।
एलर्जी का कारण-
सफेद पेठा का रस पीने से कुछ लोगों में एलर्जी हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप त्वचा में खुजली, लालिमा, सूजन या चकत्ते आदि हो सकते हैं। ऐसे में उन लोगों को सफेद पेठा का जूस पीने से बचना चाहिए।
गर्भावस्था में –
सफेद पेठे का रस गर्भवती महिलाओं के लिए भी हानिकारक हो सकता है। इसे पीने से उनके हार्मोनल संतुलन पर असर पड़ सकता है। इससे गर्भपात, रक्तस्राव या अन्य समस्याएं खड़ी हो सकती हैं।
बुखार से उबर रहे लोगों के लिए जूस अनुकुल नहीं है। इसके अधिक सेवन से श्वसन संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसमें मौजूद फाइटेट्स और ऑक्सालेट शरीर की पोषक तत्वों को अवशोषित करने की क्षमता को कम कर सकते हैं,
इसमें कैल्शियम की अधिकता होने के कारण इसका अधिक सेवन से कैल्शियम जमा होने से गुर्दे की पथरी का खतरा हो सकता है। फलतः पथरी के रोगी को इसके सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना सबसे अच्छा है।
जो लोग बुखार से अभी अभी उबरे हैं उनके लिए सफेद पेठे का जूस हानिकारक हो सकता है। इसके जूस के सेवन से सांस संबंधी दिक्कत बढ़ सकती हैं।
सफेद पेठे के जूस में फाइटेट्स, ऑक्सालेट और अन्य पदार्थ मौजूद होते हैं जो शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण को ख़राब कर सकता है।
सेवन का सबसे उपयुक्त समय
इसका सेवन करने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट है। आहार विशेषज्ञ के अनुसार खाली पेट इसके सेवन से इसका अधिकतम अवशोषण होता है। अधिक फायदे के लिए आप ताजे सफेद पेठे का जूस का इस्तेमाल करें।
अंत में
इस तरह हमने देखा कि सफेद पेठे का जूस पीने के फायदे और नुकसान दोनों हैं। इसलिए सावधानी के साथ और सीमित मात्रा में इसका सेवन करना बेहतर है। बेहतर होगा की इसके सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
इस लेख में सफेद पेठे का जूस पीने के फायदे और नुकसान (Safed Pethe ka juice peene ke fayde aur nuksan) शीर्षक से वर्णित बातें आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। आप इसे किसी भी तरह का चिकित्सा परामर्श अथवा विकल्प नहीं समझें।
इसको किसी चिकित्सा विकल्प के रूप में अपनाने से पहले हमेशा विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक की सलाह जरूर लें। हमारी वेबसाईट faydeaurnuksan.in इसमें वर्णित किसी भी चीज की सत्यता की पुष्टि अथवा दावा नही करता।