रात में दही खाने के फायदे और नुकसान (Curd Benefits at night) जानकार आप चकित रह जाएंगे। दही का सेवन रोजाना हमारे घरों मे किया जाता है। दही हमारे भोजन का अभिन्न अंग है।
रात में दही खाने के फायदे और नुकसान
चाहे रायते के साथ हो अथवा दही-बड़े के साथ इसका सेवन अक्सर किसी न किसी रूप में हमारे घरों में किया जाता है। लोग दही में चीनी डालकर अक्सर खाना पसंद करते हैं।
लोग दही को टेस्टी बनाने के लिए इसमें नमक और मसाले भी मिलाकर सेवन करते हैं। खासकर जब गर्मी बढ़ जाती है तब लोग गर्मी से राहत पाने के लिए इसका लस्सी बनाकर भी प्रयोग किया जाता है।
गर्मियों के मौसम में इसका सेवन अत्यंत ही गुणकारी होता है। आधुनिक युग में भी लोग दही का सेवन शुभ मानते हैं। खासकर कोई शुभ कार्य के लिए घर से प्रस्थान होने से पहले दही का सेवन किया अच्छा माना जाता है।
आइये इस लेख रात में दही खाने के फायदे और नुकसान के बारें में विस्तार से जानते हैं।
रात को दही खाने के फायदे – Benefits of eating curd at night in Hindi
पौष्टिक गुणों से भरपूर दही
दही की पौष्टिक गुणों से भरपूर होता है। दही में विटामिन ए, बी और सी पाया जाता है। साथ ही सही एंटीऑक्सीडेंट भी होता है। दही खनिज लवण को भी अच्छा श्रोत है।
दही-चीनी खाने से हमारे शरीर को ग्लूकोज मिलता है। ग्लूकोज हमें तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। यही कारण है की लोग घर से रवाना होने से पहले दही और चीनी का सेवन करते हैं।
इसे जहां आध्यात्मिक रूप से शुभ माना जाता है। वहीं वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी सुबह खाली पेट दही खाना फायदेमंद होता है। क्योंकि चीनी के साथ दही का सेवन तुरंत ही इनर्जी प्रदान करता है।
पाचन शक्ति को बढ़ता है दही
दही का सेवन इम्यूनिटी को बूस्ट करता है। दही में पाये जाने वाला लैक्टोबैसिलस ( Lactobacillus) नामका बैक्टीरिया पेट के लिए फायदेमंद होते हैं। दही के सेवन से हमारी पाचनक्रिया मजबूत होती है।
दही हमारे आंत में चिपके किटाणु को नष्ट कर कब्ज को दूर करता है। एक कहावत है की पेट सभी विमारियों की जड़ है। अगर पेट सही रहे तो कई गंभीर विमारियों से बचा जा सकता है।
दही में एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो हमारे पेट के लिए काफी फायदेमंद हो सकते हैं। सुबह खाली पेट दही का सेवन पेट को ठंडा रखता है।
इसके अलावा दही पीएच लेवल को संतुलित करने में मदद करता है। इसके प्रयोग से एसिडिटी को कम कर पाचन को सुधारा जा सकता है।
इम्यून सिस्टम मजबूत करता है दही
दही में कई विटामिन, खनिज लवण आदि की प्रचुरता पाई है। दही में विटामिन ए, बी, सी के अलावा कैल्शियम, कैरोटिनॉइड, फोलेट, पोटैशियम और मैग्नीशियम पाये जाते हैं।
जो हमारे शरीर को मजबूत और निरोग रखने में सहायक होता है। दही में मौजूद बैक्टीरिया हमारी आंतों के लिए लाभकारी साबित होता है।
इस प्रकार दही में पाए जाने वाले तत्व हमारे शरीर की इम्यूनिटी को मजबूती प्रदान करता है और संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करता है।
दिल की विमारी से रक्षा
दही का सेवन हार्ट के रोगों से भी रक्षा करता है। दही का सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी नियंत्रित करता है। जो हाई ब्लड प्रेसर के खतरे को कम करता है।
वजन कोन्टरोल रखने में मदद
दही का सेवन से भूख भी कम लगती है। जिससे भोजन कम खाया जाता है और वजन को कम करने में मदद मिलती है। क्योंकि दही में कम कैलोरी और लो फैट पाया जाता है, जो वजन को नियंत्रित रखने में मददगार हो सकता है।
कब्ज को मिटाता है दही
दही का सेवन कब्ज के रोगी के लिए बहुत फायदेमंद होता है। कहा जाता है की जिन्हें कब्ज की शिकायत हो उन्हें दही में अजवाइन मिलाकर पीने से कब्ज से छुटकारा मिल जाती है।
गर्मी से राहत देता है दही
अक्सर गर्मी के दिनों में गर्मी से राहत पाने के लिए दही के लस्सी का प्रयोग करते हैं। गर्मी में दही खाने अथवा इसके लस्सी पीने से पेट की गर्मी शांत होती है। धूप में सनबर्न होने के पश्चात दही मलने से भी राहत मिलती है।
त्वचा में निखार लाता है दही
कहा जाता है की दही ब्लीच जैसा काम भी करता है। रोजाना चेहरे पर दही लगा कर मसाज करने से त्वचा मुलायम और गलो करती है। चेहरे पर निखार आता है।
इसके अलावा दही को बालों पर भी कंडीशनर के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। साथ ही दही स्किन को प्राकृतिक रूप से ड्राई होने से बचाता है।
रात में दही खाने के नुकसान
दही खाने के अनेकों फायदे के बारें में हमने जाना लेकिन दही खाने के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। जैसे की शुगर के मरीज को दही के साथ चीनी मिलकार नहीं खाना चाहिये।
क्योंकि इससे उनके शुगर का लेवल बढ़ सकता है। जिससे कई प्रकार की अन्य समस्या भी हो सकती है। खाली पेट दही का सेवन जहां पेट को ठंढा रखने में मददगार है। वहीं यह पेट में मरोड़ और दस्त का कारण हो सकता है।
रात में भी दही के सेवन नुकसान देह हो सकता है। खासकर अस्थमा (Asthma) अथवा सर्दी-जुकाम (Cold) की शिकायत हो, उसे दही खाने से परहेज करना चाहिए। नही तो उनकी तकलीफें बढ़ सकती है।
कहा जाता है की अस्थि रोग से पीड़ित रोगी की तकलीफें भी दही के सेवन से बढ़ सकती है। अतः अर्थराइटिस (Arthritis) रोग से पीड़ित रोगी को इसके सेवन से परहेज करना चाहिये।
कई लोगों को दूध अथवा दही से एलर्जी होती है। ऐसे लोगों को रात में सीमित मात्रा में दही खाना चाहिए अथवा दही के सेवन से परहेज करनी चाहिये।
दही खाने का सबसे अच्छा समय
अब हम दही खाने के लिए कौन सा टाइम बेस्ट है उसे जानते हैं। आयुर्वेद में दही को रात में खाने से परहेज करने को कहा गया है। इसे सुबह नाश्ते अथवा लंच के साथ इस्तेमाल करना अच्छा है।
रात में दही खाने के फायदे के अलावा कई नुकसान हैं। इसीलिए रात की अपेक्षा सुबह खाली पेट दही खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता माना जाता है।
कैसे खाएं दही, खाने का तरीका
दही को कई तरह से सेवन किया जा सकता है। आयुर्वेद के अनुसार दही दिन में खाना स्वास्थकर है। इसे लस्सी, रायता आदि के साथ ही मिलकर खाया जा सकता है।
F.A.Q
रात्रि में दही क्यों नहीं खाना चाहिए?
दही का सेवन रात में नहीं करना चाहिए और क्योंकी रात में इसके सेवन से कई परेशानी हो सकती है। दही की तासीर ठंड होने के कारण अस्थमा के रोगियों का तकलीफें बढ़ सकती है। साथ ही यह सर्दी-जुकाम का कारण भी बन सकता है।
दही खाने से कौन सा रोग होता है?
वैसे तो दही अपने पोषक गुणों के कारण फायदेमंद है। लेकिन इसके सेवन से शरीर में यूरिक एसिड बढ़ सकता है। जो गठिया का दर्द और जोड़ों के सूजन को बढ़ा सकता है।
इस लेख में रात में दही खाने के फायदे और नुकसान (के संबंध में वर्णित बातें केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है। आप इसे किसी भी तरह का चिकित्सा परामर्श अथवा विकल्प नहीं समझें।
इसको किसी चिकित्सा विकल्प के रूप में प्रयोग से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। हमारी वेबसाईट faydeaurnuksan.in इसमें वर्णित किसी भी चीज की ज़िममेदारी का दावा नही करता।