थायराइड में अलसी के फायदे,चमत्कार से कम नहीं, ऐसे करें इस्तेमाल

थायराइड में अलसी के फायदे: आज से कुछ दशक पहले थायराइड की बीमारी बहुत कम लोगों में देखी जाती थी। लेकिन आजकल हर 10 मे से एक व्यक्ति थायराइड से पीड़ित है। थायराइड रोगी के लिए अलसी का काढ़ा काफी कारगर साबित होता है।  

जब किसी व्यक्ति को थायरॉयड रोग होता है, तो यह थायरॉयड ग्रंथि के काम करने के तरीके को प्रभावित करता है, जो रक्त में थायरोक्सिन नामक हार्मोन की मात्रा को प्रभावित करता है।

थायराइड में अलसी के फायदे (Benefits of Flax Seeds in Thyroid)

थायरॉइड के दो प्रकार होते हैं, हाइपरथायरॉइडिज्म और हाइपोथायरॉइड। हाइपोथायरायडिज्म के कारण थायरॉयड ग्रंथि अच्छी तरह से काम नहीं करती है। जिससे पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन(Thyroid Hormone) का उत्पादन नहीं हो पाता।

थायराइड का कारण आनुवांशिकी, खराब जीवनशैली और हार्मोनल असंतुलन सहित कई अन्य कारणों से भी हो सकता है। यह एक ऐसे रोग है जिसका पूर्ण इलाज नहीं है, लेकिन कुछ दवाओं से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

ऐसे में थायराइड में अलसी के फायदे हैरान करने वाली माने जाते हैं। क्योंकि इसमें विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व जैसे सोडियम, प्रोटीन और अंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण मौजूद होते हैं।

अलसी के ये पोषक तत्व थायराइड रोग के नियंत्रण में बहुत ही मददगार माना जाता है। थायराइड में अलसी के फायदे उसके बीज के साथ-साथ अलसी का काढ़ा भी असरदार माना जाता है।

थायरॉयड के लक्षण

थायरॉइड ग्रंथि गर्दन के निचले भाग में स्थित होती है। थायरॉयड ग्रंथि हार्मोन का उत्पादन करती है जो हृदय, मस्तिष्क, मांसपेशियों और त्वचा सहित शरीर के लगभग हर अंग को प्रभावित करती है। इसके सही से काम नहीं करने से कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

थोड़ा परिश्रम से ही दिल का तेजी से धड़कना और थकावट महसूस होना, कम खाने के बाद भी वजन का तेजी से बढ़ना, हाथों का कांपना, जवानी में ही बुढ़ापे के लक्षण दिखाई देने लगना, अनिद्रा और मांसपेशियों में कमजोरी व दर्द बना रहना, तो समझ लें की कुछ तो गड़बड़ है।

इसके अलावा आपको बालों का तेजी से झड़ना, त्वचा का शुष्क रहना और मिजाज हमेशा चिड़चिड़ा रहना भी थायराइड के लक्षण हो सकते हैं। इस परिस्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

अलसी के गुण और थायराइड में फायदे

आयुर्वेद के अनुसार अलसी के बीज हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना गया है। अलसी कई विटामिन के अलावा सोडिय, पोटेशियम, कैल्शियम, ओमेगा फैटी एसिड 3, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है।

यही कारण है की थायराइड में अलसी के फायदे चमत्कारी साबित होते हैं। अलसी के अलावा नारियल, मुलहठी, हल्दी और मशरूम भी इस रोग में फायदेमंद माने जाते हैं।

पोषण तत्व मात्रा
प्रोटीन 18.29 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट 28.88 ग्राम
फेट (चरबी )-42.16 ग्राम
फाइबर -27.3 ग्राम
पोटैशियम -813 मिलीग्राम
फॉस्फोरस – 642 मिलीग्राम
मैग्नीशियम -392 मिलीग्राम
कैल्शियम -255 मिलीग्राम
आयरन -5.73 मिलीग्राम
जिंक -4.34 मिलीग्राम
सोडियम -30 मिलीग्राम
फोलेट -87 माइक्रोग्राम
सेलेनियम -25.4 माइक्रोग्राम

थायराइड में अलसी के फायदे सेवन का तरीका

थायराइड की समस्या से छुटकारा पाने के लिए अलसी की कई तरीके से सेवन किया जा सकता है। अगर आप चाहे तो अलसी को भूनकर रोजाना 1 चम्मच ले सकते हैं। इसके अलावा अलसी को पानी में फुलाकर भी सेवन किया जा सकता है।

अलसी का काढ़ा पीने से भी दोनों प्रकार के थायराइड (हाइपरथायरॉइडिज्म और हाइपोथायरॉइड) में फायदेमंद होते हैं। इसके काढ़ा बनाए के लिए एक ग्लास पानी में एक चम्मच अलसी के बीज को लेकर उबाले, उसमें एक चम्मच गुड और थोड़ी सी नींबू का रस मिलाकर पिया जा सकता है।

शोध में पाया गया की अलसी के बीज में ओमेगा -3 फैटी एसिड, लिग्नन्स और फाइबर भरपूर रूप में मौजूद होता है। इस कारण थायराइड में अलसी के फायदे थायरॉयड ग्रंथि की कार्यक्षमता का ठीक रखने में मदद करता है। इसके भुने हुए पाउडर सलाद, चटनी अथवा करी के साथ भी मिलाकर खाया जा सकता है।

थायराइड को ठीक रखने में अलसी का तेल भी मददगार साबित माना जाता है। क्योंकि अलसी का तेल स्वस्थ हार्मोन संतुलन को ठीक रखता है।

इस लेख में थायराइड में अलसी के फायदे (Thyroid me Alsi ke fayde) शीर्षक से वर्णित बातें आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। आप इसे किसी भी तरह का चिकित्सा परामर्श अथवा विकल्प नहीं समझें।

इसको किसी चिकित्सा विकल्प के रूप में अपनाने से पहले हमेशा विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक की सलाह जरूर लें। हमारी वेबसाईट faydeaurnuksan.in इसमें वर्णित किसी भी चीज की सत्यता की पुष्टि अथवा दावा नही करता।

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