पपीते के पत्ते के फायदे और नुकसान अद्भुत माने जाते हैं। इसमें मौजूद पोषकतत्व तेजी से प्लेटलेस बढ़ाने, डेंगू, हृदय, पेट से संबंधित रोगों को दूर करने में कारगर है। पपीता के पत्ते के रस में इम्यूनिटी बूस्टर का गुण होता है।

पपीते के पत्ते के फायदे और नुकसान

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पपीते के पत्ते के फायदे और नुकसान – Papaya Leaf Juice Benefits and Side Effects in Hindi

पपीता आसानी से उपलब्ध होने वाला फल है। पपीता आसानी से पचने वाला एक उत्तम आहर है। पपीता के फायदे और नुकसान से बहुत लोग अवगत हैं, लेकिन पपीता के पत्ते भी अद्भुत गुणकारी होते हैं, यह बहुत ही कम लोगों को पता है।

पपीता के पत्तों का रस डेंगू और मेलेरिया जैसे रोगों से लड़ने में मदद करता है। इसमें कई तरह के इंजाइम, विटामिन, खनिज लवण, फाइबर आदि मौजूद होते हैं।

साथ ही यह अंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते है, जो हमारे हृदय, पेट को स्वस्थ रखने और इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक है। डेंगू बुखार में गिरते प्लेटलेस को तेजी से बढ़ाने के लिए देशी चिकित्सा के तौर पर पपीता के जूस का सेवन की सलाह दी जाती है।

इसके अलावा पपीते के पत्ते का रस पिगमेंटेशन, रिंकल्स की समस्या को दूर कर त्वचा को स्वस्थ रखने में सहायक होता है। इसका जूस पाचन क्रिया को तेज करने के साथ-साथ बालों को भी मुलायम रखने में मददगार है।

लेकिन एक तरफ जहाँ पपीता का जूस दिल की समस्या, डाइबिटीज, कैंसर और पाचन संबंधी दोष को खत्म करने वाला माना जाता है वहीं दूसरी तरफ इसके कुछ संभावित नुकसान भी हैं।

पपीता के जूस का अधिक मात्रा में सेवन शरीर को नुकसान पहुचा सकता है। आइए इस लेख में पपीता के पत्ते के फायदे और नुकसान को विस्तार से समझते हैं।

पपीता के पत्ते के जूस के पौष्टिक तत्व – Papaya Leaf Juice Nutritional Value in Hindi

पपीते के पत्ते में विटामिन सी, विटामिन e, अल्कलॉइड कार्पेन, कोलीन (choline), कारपोसाइड (carposide) और स्यूडोकार्पैन आदि  पाए जाते हैं। इसके अलावा, पपीते के पत्ते के रस में अंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है।

पपीता के पत्ते के जूस के फायदे और नुकसान – Papaya Leaf Juice Benefits in Hindi

पपीता पत्ते के जूस पीने के फायदे अद्भुत और अनेकों हैं। आयें इसके कुछ खास फायदे के बारें में जानें।

1 डेंगू को दूर करने में फायदेमंद

अक्सर डेंगू बुखार में शरीर में प्लेटलेट्स की गिरती संख्या को रोकने या उन्हें बढ़ाने के लिए देसी इलाज के तौर पर पपीते के पत्ते का रस सेवन की सलाह दी जाती है।

गिलोय और पपीते के पत्ते का रस डेंगू में काफी कारगर माना जाता है। लेकिन, विज्ञान की नजर में यह कितना कारगर इलाज है, यह जानना जरूरी है।

कुछ शोध के अनुसार पपीते के पत्तों के जूस का सेवन डेंगू में भी कारगर साबित होता है। डेंगू जैसे बुखार में जब खून में प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगती है, उस परिस्थति में तेजी से प्लेटलेट्स बढ़ाकर रोगी को जल्द से ठीक करने में मदद पहुचाता है।

इसके लिए एक दिन में दो बार करीब बीस से पचीस एमएल तक पपीते के पत्तों का जूस पीना फायदेमंद माना जाता है।  

2. टाइफाइड में पपीते के पत्ते के फायदे

पपीते का सेवन टाइफाइड और मलेरिया रोगों के दूर करने में बेहतर माना जाता है। क्योंकि पपीते के पत्ते सहित उसके जड़, फल और बीज में एंटीमलेरियल गुण होते हैं, जो रक्त में मौजूद पैरासाइट्स को खत्म कर टाइफाइड और मलेरिया की रोकथाम में मदद करता है।

3. कैंसर से लड़ने में मददगार

एक अध्ययन के अनुसार पपीते के पत्तों में कैंसररोधी गुण मौजूद होते हैं। क्योंकि यह अंटीऑक्सीडेंट से युक्त होता है जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से रक्षा करता है।

यह इम्यूनिटी को मजबूत कर सर्वाइकल और ब्रेस्‍ट कैंसर जैसे रोगों से लड़ने में सहायक हो सकता है।

4 इंफेक्शन से सुरक्षा

पपीते के पत्तों के रस में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की क्षमता होती है। इसके अतिरिक्त यह एंटीबैक्‍टीरियल होता है जो शरीर में कई तरह के किटाणु के ग्रोथ को रोकने में सहायक माना जाता है।

पपीते के जूस पीने से ब्लड में वाइट ब्‍लड सेल्‍स(WBC) की संख्या बढ़ती है।

5 महिलाओं के मासिक धर्म के दौरान दर्द से राहत –

महिलाओं के लिए पपीते के पत्तों के रस का सेवन पीरियड्स के दौरान होने वाला पेन को दूर करने मे मददगार होता है। इसमें मौजूद गुण मासिक धर्म को नियमित करने में भी लाभ पहुचाता है।

6 आयरन का समृद्ध स्रोत

पपीते के पत्तों का रस के सेवन से खून की कमी दूर होने में मदद मिलती है। क्योंकि पपीते के पत्ते के रस में आयरन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। यह एनेमिया को दूर कर ब्‍लड प्‍लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद करता है।

इसके अतिरिक्त पपीते के पत्तों में मौजूद पपेन, एमिलेज, प्रोटीज, कायोमोपेन जैसे कई एंजाइम्स शरीर को कई समस्या को दूर करने में उपयोगी होते हैं।

7. पेट के लिए फायदेमंद

एक अध्ययन के अनुसार पपीते के पत्ते के रस में पैपैन नामक एंजाइम मौजूद होता है। जो अमीनो एसिड और प्रोटीन को आसानी से पचाने में सहायक है।

इसके अतिरिक्त पपीता का जूस फाइबर का समृद्ध स्रोत है, जो पाचन क्रिया को मजबूत कर कब्ज से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।

पपीते की पत्तियों में कारपैन नामक भी एक यौगिक पाया जाता है, जो शरीर के लिए हानिकारक सूक्ष्मजीवों को खत्म करने में सहायक है। इससे पाचन क्रिया में सुधार, गैस्ट्रिक की समस्या या गैस्ट्रिक अल्सर में आराम मिलता है।

इस प्रकार पपीता के रस का सेवन पाचन को तेज कर गैस, छाती में जलन, कब्ज आदि को दूर करने के लिए जाना जाता है।

8. कोलेस्टॉल का नियंत्रण

आजकल के अनियमित खान-पान के कारण शरीर में कोलेस्टॉल का लेवल बढ़ने की समस्या हो गई है। इस स्थिति में पपीता के जूस में पाया जाने वाला फाइटोस्टेरॉल बेड कोलेस्टॉल को कम कर गुड कोलेस्टॉल को बढ़ाने का काम करता है।

जो लीवर, हृदय सहित शरीर के कई अंगों को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।

9. वजन कंट्रोल में सहायक

इसके अलावा पपीते के पत्ते के रस में मेटाबोलिज्म को बढ़ाने का गुण होता है। जो कैलोरी बर्न कर वजन नियंत्रण में सहायक हो सकता है। 

10. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर पपीता का रस

एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध आहार को अपने डाइट में शामिल करना शरीर को फ्री रेडिकल से बचाने में सहायक होता है। फ्री रेडिकल्स स्वस्थ कोसिकाओं को हानी पहुचाता है।

लेकिन पपीता के जूस में एंटीऑक्सीडेंट पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है। इसके सेवन से फ्री रेडिकल से लड़ने में शरीर को मदद मिलती है। जिससे कई घातक विमारी से रक्षा होती है।

11. स्ट्रांग इम्यूनिटी के लिए जरूरी

पपीते के रस में कई वीटिमान, मिनरल और फाइबर मौजूद होते है, साथ ही पपीते के अंदर एंटीऑक्सीडेंट गुण होती है जो हमारे इम्यूनिटी को मजबूत करने में सहायक है।

एक अध्ययन के अनुसार पपीता के रस के सेवन से शरीर में एक इंजाइम प्रोड्यूज होते हैं, जो शरीर को बाहरी रोगजनकों से लड़ने में मददगार साबित होता है।

12 एंटी इंफ्लेमेटरी गुण

पपीते का जूस एंटी इंफ्लेमेटरी गुण से युक्त होता है, जो मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द दूर करने में मददगार होता है। इसके अलावा पपीते में पाया जाना वाला यह गुण शरीर के गठिया और पैरों के सूजन को भी कम करने में मदद कर सकता है।

13. बालों के लिए गुणकारी Papaya Leaf Juice

पपीते के पत्तों का रस बालों के लिए भी लाभकारी माना जाता है। लेकिन इसका कोई प्रामाणिक जानकारी साक्ष्य नहीं है। वैसे यह विटामिन, मिनरल का समृद्ध स्रोत होने के कारण सम्पूर्ण शरीर सहित वालों के लिए भी गुणकारी हो सकता है।

14. डायबिटीज में सहायक

पपीते के रस का सेवन डायबिटीज मरीजों के लिए भी काफी लाभकारी माना जाता है। इसमें लो शुगर होने के कारण ब्लड शुगर मरीज आसानी से पी सकते हैं।

इसमें मौजूद तत्व शरीर में ग्लूकोच के स्तर को कंट्रोल करने में सहायक है। एक अध्ययन के अनुसार रोजाना पपीता के जूस पीने से शुगर लेवल में कमी होती है।

पपीता के पत्ते के जूस के नुकसान

पपीता के फायदे के साथ-साथ पपीते के पत्ते के नुकसान से भी अवगत होना जरूरी है। पपीता के पत्ते का रस पीना सेहतमंद रहने के लिए अच्छा है। इसके अनेकों फायदे हैं लेकिन इसका फायदे तभी मिल सकते हैं।

लेकिन सही समय और सही मात्रा से अधिक सेवन करने से कई नुकसान भी हो सकते हैं।

  • फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाने के कारण इसके अधिक मात्रा मे सेवन से पेट की खराबी हो सकती है। यह आपके वजन को बढ़ा सकता है।
  • पपीता के जूस का अधिक सेवन दस्त, चक्कर आना, उलटी और मितली जैसी परेशानी को जन्म दे सकती है।
  • पपीते के पत्ते के सेवन से किसी किसी को एलर्जी हो सकती है। ऐसी अवस्था में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना बेहतर है।
  • पपीता का अधिक सेवन महिलाओं के लिए बहुत ही गुणकारी है। लेकिन इसके अधिक सेवन प्रेग्नेंसी में नुकसान दायक हो सकता है। इससे मिसकैरिज का खतरा हो सकता है।

पपीते के पत्ते का जूस कैसे बनाएं

पपीते के पत्ते का सेवन जूस के रूप में आसानी से किया जा सकता है। इसके लिए पपीते के पत्ते का जूस बनाने का तरीका एकदम आसन है। इसके लिए सामग्री 5 से 6 ताजे पपीता की पत्ती लेकर उसे साफ कर लिया जाता है।

उसके बाद उसे किसी ब्लेंड में डाल कर खूब अच्छी तरह पीस लिया जाता है। उसके बाद उसमें पानी मिलाकर अच्छे से किसी कपड़े अथवा छननी से ग्लास में छान लिया जाता है। बस पपीता का जूस पीने के लिए तैयार हो जाता है।

पपीते के पत्ते का जूस कितनी मात्रा में पीना चाहिए

रोजन 50 से 100 एम एल तक पपीते के पत्ते का रस दिन में 2 बार लिया जा सकता है। लेकिन बेहतर होगा की इसकी सही मात्रा जानने के लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूरी है। वह आपको रोग और शारीरिक क्षमता के अनुसार सही मात्रा बता सकता है।

पपीते का जूस पीने का सही समय

कई बीमारी में घरेलू इलाज के तौर पर पपीता के जूस को सेवन की सलाह दी जाती है। पपीता का जूस सुबह और शाम नाश्ते से पहले पहले लेना अधिक फायदेमंद माना जाता है। रात में पपीता का रस खास कर खाना खाने के बाद लेने से परहेज करना चाहिए।

FAQs

पपीते के पत्ते का जूस पीने से क्या नुकसान होता है?

पपीते के पत्ते का जूस अधिक पीने से एलर्जी हो सकती है। पपीता के जूस के नुकसान के फलस्वरूप पेट की खराबी, उलटी, दस्त जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है  

पपीता का पत्ता कितने दिन तक पीना चाहिए?

पपीते के पत्ते का जूस कितने दिन तक पिन लाभदायक साबित हो सकता है। इसके लिए अपने चिकित्सक से सलाह ले सकते हैं। वहीं रोग के अनुसार इसका निर्धारण कर सकते हैं।

क्या पपीते के पत्तों का कोई साइड इफेक्ट होता है?

हाँ, पपीते के पते के जूस का अधिक सेवन से उलटी, मितली, दस्त जैसे साइड एफ़ेक्ट हो सकते हैं। 

पपीते के पत्ते कौन सी बीमारी में काम आते हैं?

पपीते के सेवन से पेट की समस्या, हार्ट को हेल्दी, स्किन डिजिज में काम आ सकता है। इसका एंटीऑक्सीडेंट गुण रोगप्रतिरोधक को बढ़ाता है।

पपीते के पत्ते का जूस खाली पेट पीना चाहिए

इसके पत्ते का जूस खाली पेट पिया जा सकता है। इसके पीने से शरीर की कई तरह की रोगों का शमन होता है।

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इस लेख में पपीते के पत्ते के फायदे और नुकसान (Papita ke patte ke fayde aur nuksan) के संबंध में वर्णित बातें केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है। आप इसे किसी भी तरह का चिकित्सा परामर्श अथवा विकल्प नहीं समझें।

इसको किसी चिकित्सा विकल्प के रूप में प्रयोग से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। हमारी वेबसाईट faydeaurnuksan.in इसमें वर्णित किसी भी चीज की ज़िममेदारी का दावा नहीं करता है।

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