प्रेगनेंसी में सीताफल खाने के फायदे और नुकसान आपको अचंभित कर सकती है। प्रेग्नेंसी के दौरान नौ महीनों तक मां को पेट में पल रहे शिशु के विकास के लिए सिर्फ पौष्टिक चीजों का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
इस समय गर्भवती महिलाओं को जयदा से ज्यादा मौसमी फलों को खाने की परामर्श की जाती है।
प्रेगनेंसी में सीताफल खाने के फायदे
सीताफल भी एक अत्यंत स्वादिष्ट और मीठा फल है। इसका सेवन प्रेग्नेंसी में शिशु के विकास के लिए जरूरी कई तरह के पोषक तत्व प्रदान कर सकता है।
अगर आप प्रेग्नेसी के दौरान अपने आहार में पौष्टिक मौसमी फल को शामिल करना चाहती हैं। तब आपके लिए सीताफल का सेवन बेहतर विकल्प हो सकता है।
माना जाता है कि सीताफल के नियमित सेवन से गर्भपात का खतरा कम होता है। यह फल एंटीऑक्सीडेंट गुणों से परिपूर्ण गर्भवती महिला की इम्यूनिटी को मजबूत करने में सहायक होती है।
सीताफल में मौजूद फाइबर कब्ज को दूर कर शरीर की विषाक्त तत्वों को दूर करते हुए सफाई करती है। इसके अलावा सीताफल किडनी, दांत और मसूड़े के लिए भी फायदेमंद है।
इस प्रकार देखा जाय तो पोषक तत्वों से भरपूर सीताफल गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है।
लेकिन अगर इसका सेवन अनुचित मात्रा से अधिक किया जाय तो फायदे की जगह सीताफल के नुकसान भी हो सकते हैं। इस लेख में प्रेग्नेंसी में सीताफल खाने के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से वर्णन है।
सीताफल के पोषक तत्व
सीताफल को अंग्रेजी में custard apple के नाम से जाना जाता है। सेव के समान ही यह मधुर फल गर्भवती महिलाओं के लिए प्रेग्नेंसी काल में अत्यंत ही लाभदायक माना जाता है।
सीताफल में उच्च मात्रा में विटामिन बी6 और विटामिन सी, मैग्नीशियम, आयरन और फाइबर मौजूद होता है। इसके अलावा सीताफल में नैचुरल शुगर होता है प्रेग्नेंसी में अंडरवेट को दूर कर वजन बढ़ाने में मदद करती है।
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प्रेग्नेंसी में शरीफा खाने के फायदे
मॉर्निंग सिकनेस
महिलाओं में प्रेगनेंसी के दौरान मॉर्निंग सिकनेस आम बात होती है। इसके अलावा उन्हें उलटी और मतली जैसी समस्या का भी सामना करना पड़ता है। इस समस्या से निजाद दिलाने में सीताफल का सेवन मददगार हो सकता है।
क्योंकि सीताफल में विटामिन-बी6 सहित कई अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं। फलतः सीताफल का सेवन मॉर्निंग सिकनेस की समस्या को दूर करने में फायदेमंद साबित हो सकता है।
विटामिनों और मिनरल का समृद्ध स्रोत
सीताफल एक अत्यंत ही पौष्टिक फल है। इसमें मौजूद कई पोषकतत्व और विटामिन गर्भवती महिलाओं के लिए अत्यंत ही लाभदायक है। इसमें विटामिन A, B तथा C प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं।
ये सभी तत्व गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ को ठीक रखने और भ्रूण के विकास के लिए लाभकारी हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त सीताफल में मौजूद तत्व आंखों, स्किन के देखभाल में भी मदद कर सकते हैं।
इस प्रकार सीताफल का सेवन न सिर्फ गर्भवती महिलाओं के लिए बल्कि पेट में विकसित हो रहे भ्रूण के विकास के लिए भी उपयोगी हो सकता है।
गर्भपात के जोखिम से बचाव:
प्रेगनेंसी के दौरान सीताफल खाने से महिलाओं को गर्भपात के खतरे से बचाने में सहयोग मिलता है। एक शोध में पाया गया की गर्भवती के लिए सीताफल फल न सिर्फ पौष्टिक होता है,
बल्कि इसका नियमित सेवन गर्भपात के जोखिम को भी कम करने में मददगार है। गर्भावस्था में मिसकैरेज के जोखिम से रक्षा के अतिरिक्त सीताफल डिलीवरी के दौरान होने वाली प्रसव पीड़ा को भी काफी हद तक कम करने में मददगार साबित हो सकता है।
पेट की समस्या में सीताफल के फायदे
प्रेग्नेंसी में पाचन शक्ति में कमी और कब्ज आम बात हो जाती है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को फाइबर युक्त पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी जाती है।
चूंकि सीताफल उच्च फाइबर युक्त आहार है, जिसे गर्भवती महिलाओं को अपनी डाइट में शामिल करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसके अतिरिक्त सीताफल कब्ज को दूर कर शरीर से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है।
क्योंकि सीताफल में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट गुण एक साथ मिलकर लैक्सेटिव की तरह कार्य करते हैं। यह शरीर से मल के निस्कासन को सुगम कर कब्ज से राहत प्रदान करता है।
फलतः गर्भावस्था में फाइबर युक्त आहार से पाचन तंत्र मजबूत होते हैं और कब्ज से मुक्ति मिलती है।
एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध सीताफल
एक अध्ययन के अनुसार गर्भवती महिला द्वारा एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार को अपने डाइट में शामिल करने से गर्भस्थ शिशु को अस्थमा के जोखिम से बचाया जा सकता है।
सीताफल में एंटीऑक्सीडेंट गुण भरपूर मात्रा में उपस्थित होता है। जो फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से शरीर की रक्षा करता है। यही कारण है की एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध सीताफल का सेवन गर्भावस्था में लाभकारी माना जाता है।
ब्लड प्रेशर रखता है कंट्रोल
सीताफल का सेवन रक्तचाप को कंट्रोल रखने में सहायक सिद्ध हो सकता है। यह शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है। क्योंकि सीताफल में पोटेशियम और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है।
यह दोनों तत्व ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में मददगार होता है। इसमें प्रचुर मात्रा में उपस्थित मैग्नीशियम मांसपेशियों को आराम प्रदान करता है और हृदय से जुड़ी परेशानियों से बचाता है।
इम्यूनिटी बूस्टर के लिए
प्रेगनेंसी के दौरान एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार का सेवन गर्भवती महिला के इम्यूनिटी को मजबूत करता है। सीताफल कई आवश्यक विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट से युक्त होने के कारण गर्भवती महिलाओं के इम्यूनिटी को बूस्ट करता है।
खून की कमी को दूर करने में सहायक
प्रेग्नेंसी में अक्सर महिलाओं में खून की कमी पायी जाती है। जिससे शरीर में हीमोग्लोबिन का लेवल कम हो जाता है। फलतः गर्भवती महिलाओं के शरीर में कमजोरी और एनेमिया होने का खतरा बढ़ जाता है।
ऐसे में सीताफल का सेवन उन्हें आयरन की कमी को दूर कर एनेमिया के जोखिम को बचा सकता है।
दस्त और पेचीस में मददगार
सीताफल की तासीर ठंड और कफ निवारक होती है। इसमें मौजूद गुण दस्त और पेचिश से लड़ने में मददगार होता है। क्योंकि शरीफा में टरपीन, फ्लेवेनॉइड और फेनोलिक नामक तत्व मौजूद होते हैं।
वजन बढ़ाने में लाभकारी
प्रेग्नेंसी के दौरान सीताफल का सेवन अंडरवेट महिलाओं के वजन बढ़ाने में सहायक साबित हो सकती है। क्योंकि सीताफल में नैचुरल शुगर मौजूद होता है। जो वजन बढ़ाने में लाभकारी माना जाता है।
प्रेगनेंसी में सीताफल खाना चाहिए या नहीं
प्रेगनेंसी में सीताफल खाया जा सकता है, क्योंकि इसमें कई विटामिन और मिनरल मौजूद होते हैं। जो गर्भवती महिलाओं और उनके होने वाले बच्चों के विकास में लाभकारी साबित हो सकता है।
प्रेग्नेंसी में सीताफल के नुकसान
हमने पाया की सीताफल अपने पोषकगुणों के कारण प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं के लिए अत्यंत ही फायदेमंद होता है।
लेकिन इसके गलत तरीके से खाने से नुकसान भी हो सकते हैं। आइए सीताफल खाने से कुछ संभावित नुकसान के बारें में जानते हैं:-
- सीताफल का सेवन पेट के लिए फायदेमंद होता है लेकिन इसके अधिक सेवन से नुकसान भी हो सकता है। इसके अधिक खाने से पेट में दर्द, गैस और अपच जैसी समस्या हो सकती है
- आप प्रेग्नेंसी में हमेशा ताजा और अच्छी तरह से पका सीताफल का उपयोग करें। अधपका सीताफल खाने से पेट खराब हो सकता है।
- सीताफल के बीज में भी कई औषधीय गुण होते हैं। इसके लेप कई तकलीफों से राहत देता है लेकिन इसके बीज को डायरेक्ट खाने से सेहत खराब हो सकती है।
- अगर आप शुगर के रोगी हैं तो सीताफल का सेवन अपने चिकित्सक के सलाह पर ही कारण तो बेहतर होगा।
F.A.Q
सीताफल कब नहीं खाना चाहिए?
प्रेगनेंसी में सीताफल अपने डॉक्टर के परामर्श के बाद खाना चाहिए।
इस लेख में प्रेगनेंसी में सीताफल खाने के फायदे और नुकसान शीर्षक से वर्णित बातें केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है। आप इसे किसी भी तरह का चिकित्सा परामर्श अथवा विकल्प नहीं समझें।
इसको किसी चिकित्सा विकल्प के रूप में प्रयोग से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। हमारी वेबसाईट faydeaurnuksan.in इसमें वर्णित किसी भी चीज की ज़िममेदारी का दावा नही करता है।