सहजन के फायदे और नुकसान अचंभित करने वाला है। पोषक तत्वों से भरपूर सहजन के लाभ महिलाओं और पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए समान रूप से मिलते हैं। सहजन (Drumstick) खाने के कई फायदे होते हैं।
सहजन (Drumstick) क्या है।
सहजन भारतीय मूल का एक सुंदर कम ऊंचाई वाला पेड़ है। इसके पत्ती, सफेद फूल और फल अपनी अलग पहचान रखते हैं। सहजन अपने पोषकतत्व और औषधीय गुणों के कारण विश्व भर में लोकप्रिय है।
सहजन को वनस्पतिक भाषा में मोरिंगा ओलीफ़ेरा के नाम से जाना जाता है। भारतीय मूल का यह पौधा अव दुनियाँ के कई देशों में पाया जाता है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता इसकी लंबी, पतली बीज फली होती है जो ड्रमस्टिक्स के समान दिखती है।
शायद इसीलिए इसे Drumstick के नाम से जाना जाता है। हर भारतीय घरों में इसका प्रयोग स्वाद और स्वास्थ्य लाभों के लिए विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में की जाती है।
नाम | सहजन (Drumstick) |
वैज्ञानिक नाम | मोरिंगा ओलीफ़ेरा(Moringa oleifera) |
पोषक तत्व | विटामिन, मिनरल आदि |
Table of Contents – Munga khane ke fayde in Hindi
सहजन के फायदे और नुकसान (Sahjan Khane Ke Fayde Aur Nuksan In Hindi)
हम अपने स्वास्थ को बेहतर रखने के लिए भोजन में तरह तरह की साग सब्जियों को स्थान देते हैं। वैसे तो अनेकों साग सब्जियों के अपने फायदे होते हैं। लेकिन आज हम सहजन खाने के फायदे और नुकसान के बारें में समझेंगे।
सहजन खाने में न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभदायक होता है। सहजन के फली कई आवश्यक पोषक तत्व जैसे विटामिन, खनिज लवण तथा एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरे होते हैं।
सहजन में फाइबर की मात्रा होने से यह पाचन क्रिया को सुधारता है और एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याओं से निजात दिलाता है। इसके अलावा, सहजन के सेवन से आंखों की समस्याएं भी दूर होती हैं।
क्योंकि इसमें विटामिन ए की अधिक मात्रा होती है। सहजन की पत्तियों के सेवन से अल्सर का खतरा कम होता है। यह एनीमिया की समस्या को दूर कर हीमोग्लोबिन का स्तर को बढ़ता है।
कुछ शोध के अनुसार ड्रमस्टिक में मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल तथा कैंसर जैसी घातक विमारी के जोखिम को भी कम करने की क्षमता होती है। सहजन का उपयोग वजन कम करने में भी गुणकारी है।
सहजन में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट हमें कई बीमारियों से रक्षा में मदद कर सकता है। इसक प्रकार सहजन खाने के कई फायदे हैं लेकिन इसके नुकसान को भी जानना जरूरी है। आइए इस लेख में सहजन के फायदे और नुकसान पर विस्तार से जानते हैं।
सहजन के पोषक तत्व
सहजन में मौजूद एंटीफंगल तथा एंटी इंफ्लेमेटरी गुण ढेर सारी बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। सहजन में पाये जाने वाले पोषक तत्वों की बात करें तो, इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन-ए, विटामिन-बी1 के अलावा
विटामिन-बी2, विटामिन-बी6, विटामिन-सी, पोटैशियम, आयरन, फाइबर, सोडियम, कैल्शियम और फास्फोरस आदि अनेकों पोषक तत्व पाये जाते हैं। जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं।
मुनगा खाने के फायदे (Munga sahajan ki sabji ke fayde)
1. शुगर को नियंत्रित रखने में सहायक
वर्तमान में ब्लड शुगर आम आदमी के बीच भी तेजी से पैर फैलता जा रहा है। स्वास्थ्य के लिए मधुमेह एक गंभीर समस्या है। मधुमेह (Diabetes) का असर रोगी के पूरे शरीर पर पड़ता है।
सहजन के फायदे शुगर स्तर को नियंत्रित कर हृदय रोग सहित कई गंभीर बीमारियों के खतरा को कम कर सकता है। कहा जाता है की सहजन की पत्तियों को उबालकर रोजाना पीने से शुगर नियंत्रण में सहायता मिलती है।
2. सहजन करे सूजन कम
शरीर पर सूजन को कम करने में सहन को घरेलू उपचार के तौर पर सेवन किया जा सकता है। क्योंकि सहजन (ड्रमस्टिक्स) में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो शरीर के किसी हिस्से के सूजन को घटाने में हमारी मदद कर सकता है।
3. वजन घटाने में सहजन के फायदे
आज दूषित वातावरण और जंक फूड के बढ़ते इस्तेमाल के कारण मोटापा आम समस्या होती जा रही है। अधिकांश लोग अपने वजन से परेशान रहते हैं और वे अपने आयु और हाइट के अनुसार आइडल वैट ही रखना चाहते हैं।
इस परिस्थिति में वजन को कम करने में सहजन का इस्तेमाल लाभकारी है। सहजन में क्लोरोजेनिक एसिड मौजूद होता है। पाया जाता है। यह आपके शरीर के बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
4. पेट के लिए सहजन के फायदे
सहजन की फली अथवा इसके पत्तियों का इस्तेमाल पेट की सकी समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद हो सकता है। ड्रमस्टिक में मौजूद पोषक तत्व पाचन शक्ति को बढ़ाने में सहायक है।
इसमें एंटी-अल्सर गुण भी मौजूद होते हैं। जो अल्सर (Ulcer) के जोखिम से भी रक्षा में मदद करता है।
5. इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में सहजन के फायदे
सहजन में कई आवश्यक विटामिन, मिनरल के अलावा एंटीऑक्सीडेंट पाये जाते हैं। यह हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में बहुत ही फायदेमंद है।
इसके अलावा सहजन में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होता है जो हमारे शरीर को कई तरह के संक्रमण से सुरक्षित रखने में मददगार है।
फलतः रोग-प्रतिरोधक क्षमता में सुधार के लिए रोजाना अपने डाइट में ड्रमस्टिक को शामिल करना एक अच्छा फैसला साबित हो सकता है।
6. लिवर (Liver) के लिए सहजन के फायदे
सहजन सिर्फ पाचन क्रिया ही नहीं बल्कि लीवर के लिए भी गुणकारी है। आजकल असंतुलित आहार और व्यस्त जीवनशैली का असर हमारे लीवर पर हो रहा है।
इसके लिए अपने डाइट में सहजन की फली का इस्तेमाल लाभकारी हो सकता है। इसके अंदर क्वारसेटिन (Quercetin) नामक तत्व पाये जाते हैं। जो लीवर से संबंधित रोगों के जोखिम को कम करने में मददगार है।
अगर आप भी अपने लीवर को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो सहजन का इस्तेमाल किया जा सकता है।
7. गठिया बाई में सहजन के फायदे
सहजन गठिया में है फायदेमंद, क्योंकि सहजन में कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं। जो अर्थराइटिस की समस्या में बहुत ही गुणकारी माना जाता है। इसके लिए सहजन के सूप का इस्तेमाल किया जा सकता है।
सहजन के कुछ दिनों तक सेवन से गठिया या जोड़ों के दर्द में छुटकारा मिल सकता है।
8. सहजन आँखों की रोशनी बढ़ाने में फायदेमंद
सहजन के फली खाने से आंखों को बहुत फायदा मिलता है। यह आँखों की रोशनी बढ़ाने और उसे स्वस्थ रहने में मदद करता है। क्योंकि सहजन की फली में विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता है।
यह बढ़ती उम्र के साथ आँखों के रोग से रक्षा कर दृष्टि को तेज रखता है। फलतः अगर आप भी अपने आँखों को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो सहजन का अपने आहार में लेना फायदेमंद हो सकता है।
9. हड्डियां (Bones) रोग में सहजन के फायदे
बढ़ती उम्र के साथ अधिकांश लोग अपने बोन डेन्सिटी को लेकर परेशान रहते हैं। बोन डेन्सिटी कम होने से साधारण चोट में भी हड्डियों के चटकने का डर रहता है।
सहजन का अपने आहार में उपयोग हड्डियां (Bones) और दांतों की मजबूती में अत्यंत ही फायदेमंद साबित हो सकता है।
क्योंकि सहजन के अंदर भरपूर मात्रा में कैल्शियम मैग्नीशियम और फास्फोरस पाया जाता है। फलतः सहजन का अपने डाइट में शामिल करना हड्डियां (Bones) के मजबूती के लिए आवश्यक है।
10. सहजन त्वचा के लिए फायदेमंद
सहजन का सेवन स्किन और बालों के लिए भी बहुत ही लाभदायक साबित होता है। सहजन के रोजाना सेवन से खून साफ होने में मदद मिलती है। यह शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर स्किन पर ग्लो लाने में मदद करता है।
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर के त्वचा को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है। इसके लिए सहजन की फली को छोटे-छोटे टुकड़े में काटकर सब्जी बनाकर खाएं, लाभप्रद हो सकता है।
सहजन के नुकसान (Side effects of drumstick)
सहजन के अनेकों अद्भुत फायदे के बारें में हमने जाना। लेकिन इसके गलत तरीके से आवश्यक मात्रा से अधिक इस्तेमाल नुकसानदायक भी हो सकता है।
गर्भावस्था में सहजन का कम अथवा परहेज करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि सहजन गर्म तासीर का होता है। फलतः यह गर्भास्य का संकुचन बढ़ाकर गर्भपात का जोखिम को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
सहजन का उपयोग हाय ब्लड प्रेशर वालों के लिए अच्छा है, लेकिन जिसका ब्लड प्रेसर लो रहता है उसे सहजन के अधिक प्रयोग से बचना चाहिए।
सहजन का संतुलित मात्रा में सेवन पेट के लिए गुणकारी माना जाता है। लेकिन इसके अधिक सेवन से पेट खराब हो सकता है। इसके अधिक खाने से पेट में गैस, उलटी और दस्त जैसी समस्या हो सकती है।
सहजन उपयोग करने का तरीका (How to use drumstick)
शरीर के फायदे के लिए औषधीय गुणों से युक्त सहजन का उपयोग कैसे करें। यह भी जाननी जरूरी है। सहजन को कई तरीके से सेवन किया जा सकता है।
आइये सहजन (Drumstick) का किस तरह और किन-किन रूपों में किया जा सकता है उसे जानते हैं। सहजन की फली का उपयोग सांभर, दाल आदि में भी डालकर पकाया और उपयोग किया जा सकता है।
सहजन की फली को सूप के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। इसमें आप अपने स्वादानुसार कुछ शहद अथवा नमक मिला सकते हैं। इसके अलावा सहजन को पाउडर के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
सहजन खाने के फायदे और नुकसान जाने सहजन की पत्ती कैसे खाएं
सहजन के हमने अनेकों फ़ायदों और नुकसान के बारे में जाना। सहजन की फली जितना गुणकारी है उतना ही उसके पते भी फायदेमंद होते हैं।
- सहजन के पत्ती के रस निकाल कर उसे सेवन किया जा सकता है।
- सहजन की पत्तियों का काढ़ा बनाकर उपयोग किया जा सकता है।
- सहजन के पत्ते का जूस बनाकर इसे पीने से भी कई फायदे मिलते हैं।
- सहजन की पत्ती को उबालकर सूप के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
- सहजन की पत्ती की सब्जी अथवा अन्य सब्जियों के साथ भी मिलाकर भी उपयोग किया जा सकता है।
निष्कर्ष(Conclusion)
कुल मिलाकर कर देखा जाय तो सहजन का पौधा एक बहुमुखी गुण वाला पौधा है। जिसके पत्ते, फल और फूल सभी स्वास्थ की दृष्टिकोण से लाभ प्रदान करता है।
F.A.Q
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सहजन की तासीर कैसी होती है?
इसकी तासीर की बात करे तो सहजन की तासीर गर्म है। सर्दियों के दिनों में इसका सेवन शरीर में गर्मी प्रदान करती है। इसको सब्जी, दाल और सांभर के साथ मिलाकर पकाया और खाया जाता है।
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सहजन कौन कौन सी बीमारी में काम आता है?
सहजन में कई पोषक तत्व मौजूद होने के कारण पेट, हृदय, हड्डी और त्वचा सहित कई रोगों में जोखिम को कम करने में उपयोगी है।
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सहजन का पेड़ घर में लगाना चाहिए या नहीं?
सहजन का पेड़ घर के पास लगाना परेशानी का सबव बन सकता है। क्योंकि सहजन का पेड़ भुआ पिल्लू के लिए अनुकूलित माना जाता है। जिसका संपर्क त्वचा पर एलर्जी का कारण हो सकता है।
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सहजन के पत्ते खाली पेट खाने से क्या होता है?
सहजन के पत्ते खाली पेट खाने से शुगर, वीपी आदि समस्याओं के समाधान में सहायक होता है।
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