अंजीर खाने के फायदे बवासीर में काफी मददगार साबित होते हैं। नियमित रूप से और समुचित मात्रा में अंजीर का अपने आहार में शामिल कर बवासीर की समस्या से निजात पाया जा सकता है।
अंजीर में विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सिडेंट्स और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है जो बवासीर में लाभदायक हो सकता है। इस लेख में बवासीर में अंजीर खाने के फायदे के बारें में विस्तार से वर्णन है।
अंजीर खाने के फायदे बवासीर में कितना कारगर
अंजीर का सेवन बवासीर जैसे अत्यंत कष्टकारी रोग दूर करने में सक्षम हैं। क्योंकि अंजीर पोषक तत्वों से भरपूर ड्राइ फ्रूट है जिसमें प्रोटीन, आयरन, विटामिन, पोटैशियम, सोडियम आदि अच्छी खासी मात्रा में पायी जाती है।
एक अध्ययन के अनुसार अंजीर में पाए जाने वाले फाइबर और कुछ आवश्यक तत्व बवासीर के रोगियों के लिए वरदान साबित हो सकता है। आइए अंजीर खाने के फायदे बवासीर में कितना कारगर है इसे विस्तार से जानते हैं।
बवासीर क्या है
बवासीर को पाइल्स या हेमोरॉयड्स के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसी बीमारी जिसमें मलाशय के अंदर अथवा बाहर मस्सों बन जाते हैं। जिसमें असहनीय दर्द और खून निकलता है।
बवासीर के लक्षण
बवासीर में मस्से जब फूल जाते तब उससे काफी मात्रा में खून निकालने से शरीर में कमजोरी आ जाती है। जो कुछ अन्य समस्या को भी उत्पन्न कर देती है। बवासीर से ग्रसित लोगों को बहुत सारी तकलीफें झेलनी पड़ती हैं।
इस बीमारी से पीड़ित लोगों को शौच करते समय, बैठते और लेटते बक्त भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इसके साथ ही बवासीर में असहनीय दर्द होता है क्योंकि मलाशय के आसपास की नसों में सूजन आ जाती है। इसमें अंजीर का सेवन करने से पाइल्स की समस्या में फायदेमंद हो सकता है।
बवासीर की बीमारी का कारण
बवासीर होने का प्रमुख कारण लंबे समय तक कठोर कब्ज का बना रहना माना जाता है। इस बीमारी में शौच जाने के बावजूद बी पेट ठीक से साफ नहीं होता है।
शौचालय में काफी देर तक बैठने के बावजूद भी मल निकलने में कठिनाई होती है। यह गलत खानपान और कुछ आनुवंशिक कारणों से भी हो सकता है।
बवासीर के प्रकार
बवासीर रोग दो तरह का होता है खूनी और वादी। बवासीर से ग्रसित लोगों में यदि खून गिरे तो इसे खूनी बवासीर के नाम से जाना जाता है। यह अत्यंत ही कष्टकारी होता है जिसमें असहनीय पीड़ा के साथ-साथ शरीर का खून भी व्यर्थ में नष्ट होता है।
इस रोग में गुदा द्वार छोटे-छोटे मस्से हो जाते हैं, जो धीरे-धीरे फूलकर बड़े हो जाते हैं। फिर यह कठोर होने लगता है जिसे गुदा द्वार में जलन और चुभन होने लगती है। मल त्याग करते समय अत्यंत भारी पीड़ा का सामना करना पड़ता है।
बवासीर में अंजीर खाने के फायदे देती है जड़ से छुटकारा
बवासीर या पाइल्स से जो लोग पीड़ित होते हैं उन्हें अक्सर असहजता का सामना करना पड़ता है। बवासीर का मुख्य कारण गलत खानपान और आधुनिक जीवन शैली को जिम्मेदार माना जाता है।
आयुर्वेद के अनुसार बवासीर का कारण बात, पीत और कफ तीनों दोषों में असंतुलन का होना है। इसके असंतुलित होने से पाचन संबंधी समस्याएं खड़ी होती हैं जो कब्ज को जन्म देता है।
लंबे समय तक कब्ज रहने से मलाशय के आस पास मस्से और सूजन हो जाती है। जिससे खून और असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है। लेकिन अंजीर का सेवन बवासीर के कष्ट को कम करने में मददगार हो सकता है।
जानें बवासीर में अंजीर कैसे फायदेमंद है- Figs Benefits For Piles In Hindi
आयुर्वेद के अनुआर अंजीर सेवन बवासीर के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। क्योंकि अंजीर में उपस्थित फाइबर रेचक गुण (Laxative Properties) से भरपूर होते हैं,
जो जमा हुआ कठोर मल को पतला कर मल त्याग को आसान बनाता है। इसके अतिरिक्त अंजीर में मौजूद गुण मस्सों और नसों की सूजन को कम कर बवासीर को दूर करने में मदद करता है।
बवासीर में कैसे करें अंजीर का सेवन – How To Eat Figs In Piles In Hindi
आयुर्वेद के अनुसार अंजीर बवासीर से पीड़ित लोगों के लिए रामबाण इलाज है। इसके लिए एक से दो अंजीर लेकर उसे रात में पानी में डालकर फूलने छोड़ दिया जाता है।
सुबह के समय खाली पेट अंजीर को खाकर ऊपर से इसका पानी पी ली या जाता है। ऐसा कुछ दिनों तक लगातार करने से पेट साफ रहने लगता है।
फलतः कब्ज से मुक्ति होकर बवासीर से छुटकारा प्राप्त होता है। लेकिन इसके उपचार शुरू करने से पहले चिकित्सक से परामर्श जरूरी है।
इस लेख में अंजीर खाने के फायदे बवासीर में कितना कारगर के संबंध में वर्णित बातें केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है। आप इसे किसी भी तरह का चिकित्सा परामर्श अथवा विकल्प नहीं समझें।
इसको किसी चिकित्सा विकल्प के रूप में प्रयोग से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। हमारी वेबसाईट faydeaurnuksan.in इसमें वर्णित किसी भी चीज की ज़िममेदारी का दावा नही करता है।
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