नाशपाती खाने के फायदे और नुकसान आपको चकित कर सकती है। नाशपाती की विटामिन और मिनरल का भंडार सेहद के लिए कितना फादेमंद है। हमें अपने सेहत को ठीक रखने के लिए स्वस्थ आहार लेना जरूरी है।
इसके लिए डॉक्टर सब्जियों तथा फलों के सेवन का सलाह भी देते रहते है। यदि फलों की बात करें, तो अनेक पौष्टिक फल बाजार में उपलब्ध हैं। उन्हीं पौष्टिक फलों में से एक है नाशपाती।
नाशपाती ऐसे तो एक मौसमी फल है, जो आकार में हरे सेब की भांति दिखता है। नाशपाती गर्मियों के दिनों मिलना प्रारंभ होता है और बरसात के मौसम तक मिलता है। इसके कुछ प्रकार साल के हर महीने उपलब्ध रहते हैं।
नाशपाती का फल अद्भुत मिठास, और विशिष्ट सुगंध के लिए जाना जाता है। नाशपाती का वैज्ञानिक नाम पायरस है और अंग्रेजी में इसे पियर(Pears) कहते हैं।
वहीं यह हिंदी में नाशपाती, तमिल में पेरिक्के, मलयालम में नाशपत्ती, पंजाबी में नासपाती के नाम से प्रसिद्ध है।
नाशपाती खाने में मीठी होती है, लेकिन कुछ नाशपाती के प्रकार हल्के खट्टी भी हो सकती हैं। आज हम इस लेख में आपको नाशपाती खाने के फायदे और नुकशान के अलावा नाशपाती के प्रकार के बारे में भी बताएंगे। चलिए जानते है –
Table of Contents
नाशपाती खाने के फायदे और नुकसान
नाशपाती के प्रकार
इससे पहले की आप नाशपाती खाने के फायदे और नुकसान जानें, उससे पहले हम आपको नाशपाती के कुछ प्रकार के बाड़े में थोड़ी जानकारी देने जा रहे हैं। इसमें नाशपाती के कुछ प्रमुख प्रकारों के बारे में जानेंगे।
- रेड ओनजू (Red Anjou)
- रेड बार्लेट (Red Bartlett)
- फॉरेल (Forelle)
- ग्रीन ओनजू (Green Anjou)
- ग्रीन बार्लेट (Green Bartlett)
- बॉस्क (Bosc)
- कोमाइस (Comice)
नाशपाती में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व
आहार विशेषज्ञ के अनुसार सेब के बाद दूसरा सबसे पौष्टिक फल नाशपाती को माना जाता है। क्योंकि नाशपाती मिनरल, विटामिन, फाइबर, अमीनो एसिड के साथ अंटीऑक्सीनत गुणों से भरा होता है।
पोषक तत्व प्रति 100 ग्राम
- जल 73.96 ग्राम
- ऊर्जा 57 कैलोरी
- कार्बोहाइड्रेट 15.23 ग्राम
- फाइबर, टोटल डाइटरी 3.1 ग्राम
- प्रोटीन 0.36 ग्राम
- टोटल लिपिड (फैट) 0.14 ग्राम
- शुगर, टोटल 8.75 ग्राम
- आयरन 0.18 मिलीग्राम
- मैग्नीशियम 7 मिलीग्राम
- जिंक 0.10 मिलीग्राम
- कैल्शियम 9 मिलीग्राम
- सोडियम 1 मिलीग्राम
- फास्फोरस 12 मिलीग्राम
- पोटैशियम 116 मिलीग्राम
- जिंक 0.10 मिलीग्राम
- विटामिन सी,
- विटामिन बी-6 0.029 मिलीग्राम
- नियासिन 0.161 मिलीग्राम
- विटामिन ए, आरएई 1 माइक्रोग्राम
- विटामिन ए, आईयू 25 आईयू
- विटामिन डी 0 आईयू
- थियामिन 0.012 मिलीग्राम
- राइबोफ्लेविन 0.026 मिलीग्राम
- फोलेट, डीएफई 7 माइक्रोग्राम
- विटामिन ई
- विटामिन के
- फैटी एसिड,
नाशपाती खाने के 10 प्रमुख फायदे –
इम्युनिटी बढ़ाने में नाशपाती लाभदायक
सभी को अपने आप स्वस्थ रखने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाये रखना बहुत जरूरी है। इम्युनिटी बढ़ाने के लिए नाशपाती एक अच्छा विकल्प बन सकता है। नाशपाती में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में काफी मदद कर सकते हैं।
स्किन के लिए उपयोगी
अक्सर मौसमी बदलाव में स्किन(त्वचा) को नुकसान पहुँचता है। कभी कभार तो धुल-मिट्टी के कारण भी त्वचा का नुकसान हो जाता है। इससे लोग कई तरह के क्रीम के चक्कर में पड़ कर अपने त्वचा का और नुकसान कर लेते है।
ऐसे में आप नाशपाती का सेवन करें और अपने शरीर को प्राकृतिक उपचार दें। नाशपाती में मौजूद बिटामिन सी की मात्रा आपके त्वचा की सुरक्षित रखने में कारगर साबित होगा।
जो आपके स्किन को कई तरह की क्षति से बचा सकता है। इसलिए, नाशपाती जैसे पौष्टिक फलों को अपने डाईट शामिल जरुर करें।
पेट के लिए फायदेमंद नाशपाती
आज के समय में बाजारी खाने का प्रचलन बढ़ गया है जिसमें अधिक तेल-मसाले वाले खान-पान की बजह से पेट की समस्या आम बात हो गयी है। ऐसे में नाशपाती का सेवन आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मददगार हो सकते है।
नाशपाती में मौजूद पेक्टिन, जो फाइबर का एक स्वरुप है। इसको नियमित रूप से अपने आहार में शामिल करने से कब्ज की समस्या से काफी आराम मिल सकता है और आपकी पाचन क्रिया स्वस्थ हो सकती है।
कील-मुहासों और झुरियों में नाशपाती के फायदे
आजकल के बस्त जीवन शैली में कील-मुंहासे और झुर्रियां उम्र देखकर नहीं होते। यह किसी उम्र में भी आपकी त्वचा को प्रभावित कर सकते हैं।
इसकी वजह है प्रदुषण, तरह-तरह के केमिकल युक्त कॉस्मेटिक उत्पाद का उपयोग, गलत खान-पान और अपने स्किन की देखभाल में कमी है। ऐसे में जरूरी है की समय रहते इन पर ध्यान देना।
यदि आप कील-मुंहासों झुर्रियां से दूर रहना चाहते है तो नाशपाती को अपने दैनिक आहार में शामिल करें। इसमें पौष्टिक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है।
नाशपाती पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है, जो आपकी त्वचा का कील-मुंहासों से बचाव करेगा और आपको इस समस्या में लाभ पहुंचाने का काम करेगा।
ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव के लिए नाशपाती
पोषक तत्वों की कमी और बढ़ती उम्र हड्डियों की समस्याओं को उत्पन्न करती है। उसी समस्याओं में से एक ऑस्टियोपोरोसिस है। यह कैल्शियम, मिनरल्स और विटामिन्स की कमी से होने वाली हड्डियों की एक बीमारी है,
ऑस्टियोपोरोसिस में हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। जिससे यह आसानी से टूट सकती हैं। ऐसे में नाशपाती का सेवन ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव कर सकता है। नाशपाती शरीर के पीएच स्तर को संतुलित करने का काम कर सकती है।
उच्च रक्तचाप के लिए नाशपाती
यदि आप ब्लड प्रेशर से ग्रसित है या एक शब्द में बोला जाए कि आप उच्च रक्तचाप की समस्या से खुद को बचाना चाहते हैं, तो नाशपाती को अपने दैनिक आहार में जरूर शामिल करें।
यह हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से आपका बचाव करेगा और आपको स्वस्थ रहने में मदद कर सकता है।
एनर्जी बढाने में मददगार नाशपाती
आपने काम को सही तरीके से तय समय पर करने के लिए शरीर को एनर्जी की जरूरत हमेशा होती है। एनर्जी का एक बहुत ही अच्छा फल है नाशपाती।
इसमें मौजूद एनर्जी की मात्रा और पौष्टिक तत्व हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में काफी मददगार हो सकती है। एनर्जी ड्रिंक के रूप में नाशपाती के जूस का सेवन किया जा सकता है।
इसलिए, जब भी आपको कमजोरी महसूस हो, तो अपने शरीर के उर्जा के स्तर को बढ़ने के लिए नाशपाती के जूस का सेवन कर सकते हैं।
लिवर के लिए नाशपाती फल
हमारे शरीर के सभी अंगों की साथ-साथ हमारे लिवर का स्वस्थ रहना भी जरूरी है। चुकी लिवर ही खाने को पचती है और हमारे शरीर को किये गए भोजन का पोषक तत्व मिल पाता है।
नाशपाती का सेवन लिवर के लिए लाभकारी हो सकता है। इसमें पाये जाने वाले गुण हेपाटोप्रोटेक्टिव (Hepatoprotective) है, जो हर एक तरह की क्षति से लिवर को बचा सकते हैं।
आप लिवर को सही रखने के लिए आप अपने डाइट में नाशपाती फल को शामिल कर सकते हैं।
बुखार में नाशपाती के फायदे
जब कभी किसी को बुखार आता है तो उस वक्त कमजोरी की समस्या उत्पन्न हो जाती है। ऐसे में हमारे शरीर को पौष्टिक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिसके लिए हमें डॉक्टर के द्वारा फलों का सेवन करने को कहा जाता है।
कई बार लोगों को दुविधा होती है कि कौन-सा फल असरदार और गुणकारी होगा। इस स्थिति में नाशपाती लाभदायक हो सकती है।
नाशपाती में पाए जाने वाला एंटीपायरेटिक (Antipyretic) और ठंडक का गुण बुखार में काफी प्रभावी साबित हो सकता है।
गले की समस्या से राहत
कभी कभी गर्मियों के दिन में भी गले में खराश या सांस लेने में परेशानी उत्पन्न हो सकती है। इस स्तिथ में नाशपाती का जूस लाभकारी हो सकता है।
यह वोकल कॉर्ड के सूजन को कम कर सकता है और गले की समस्या से राहत दिला सकता है। यदि आप गर्मियों के दिन में गले की समस्या से बचना चाहते हैं, तो नाशपाती खाएं या नाशपाती के जूस का सेवन करें।
नाशपाती में दर्दनाशक गुण
नाशपाती में मौजूद गुण एनाल्जेसिक (Analgesic) यानी दर्दनाशक गुण होते हैं, जिससे दर्द की समस्या से काफी राहत मिल सकती है। इसलिए, दर्द की समस्या से अपने शरीर की बचाये रखने के लिए नाशपाती को अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं।
सूजन के लिए नाशपाती फल
नाशपाती में मौजूद तत्व कैरोटिन और जियाजैंथिन हमें सुजन की समस्या से बचाता है। सूजन को कम करने में भी नाशपाती असरदार फल साबित हो सकता है।
इसमें मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण सूजन से बचाव करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए, इस गुणकारी फल को हम अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते है।
हड्डियों के लिए फायदेमंद
नाशपाती का सेवन दांतों और हड्डियों को मजबूत करने में बहुत फायदेमंद भूमिका हो सकती है। क्योंकि नाशपाती में भरपूर मात्रा में कैल्शियम मौजूद होता है।
यह आपके हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक है। अगर आप दांतों और हड्डियों को मजबूत रखना चाहते हैं तो नाशपाती का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
नाशपाती खाने से लाभ in Pregnancy
गर्भावस्था के दौरान नाशपाती का फल अत्यंत ही फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि की विटामिन और मिनरल से भरपूर यह फाइबर का भी उच्च स्रोत है। फलतः इसका सेवन गर्भावस्था के दौरान माँ और उनके पेट में पल रहे शिशु के लिए फायदेमंद हो सकता है।
नाशपाती खाने के नुकसान
हरेक वस्तु की कुछ फायदे तो कुछ नुकसान होते है। नाशपाती खाने के फायदे और नुकसान में ऊपर आपने नाशपाती खाने के फायदे इसके प्रकार और इसके उपयोग के बारे में जाना, चलिए अब नाशपाती खाने के नुकसान के बारे में जानते है-
- नाशपाती को अक्सर छिल्के समेत खाया जाता है, लेकिन यदि इसके छिल्के को सही तरीके से चबाकर न खाया जाए, तो यह पेट की परेशानी को उत्पन्न कर सकता है।
- आगर आप पाचन संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं तो नाशपाती के सेवन से परहेज करनी चाहिए।
- नाशपाती को काटने के बाद तुरंत उसको खाना चाहिए, क्योंकि कटी नाशपती का कुछ देर में रंग में परिवर्तन हो जाता है यह भूरे रंग की हो जाती है, जो स्वस्थ के लिए हानिकारक है।
- यदि किसी को दस्त की समस्या है तो उनको नाशपाती खाने न दें, क्योंकि इससे उसकी समस्या और अधिक बढ़ सकती है।
- यदि किसी को को सर्दी-जुकाम की समस्या ज्यादा रहती है तो वे नाशपाती का सेवन कम करें, अन्यथा उनकी परेशानी बढ़ सकती है, क्योंकि नाशपाती की तासीर ठंडी होती है।
- यदि किसी व्यक्ति को एलर्जी की समस्या है, तो नाशपाती का सेवन करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
नाशपाती फल से होने वाले नुकसान को पढ़कर आपको हतास होने की जरूरत नहीं है, यदि आप नाशपाती का संतुलित और सही मात्रा में उपयोग करते है तो, यह एक गुणकारी फल है।
नाशपाती खाने का तरीका
नाशपाती फल खाने के लाभ और इसके प्रकार के बारे में ऊपर आप पढ़ ही चुके हैं, चलिए अब जानते है, नाशपाती फल के उपयोग किस प्रकार करें। अगर आप नाशपाती फल का सही मात्रा में सही तरीके से उपयोग करेंगे, तो इसके फायदे आपके शरीर को और जल्दी मिलेगा।
- नाशपाती का उपयोग अन्य फलों की तरह फ्रूट सलाद के रूप में कर सकते हैं।
- नाशपाती का जूस बना कर इसे जूस का सेवन कर सकते हैं।
- आप नाशपाती का उयोग डिजर्ट बना कर भी कर सकते हैं।
- नाशपाती का उपयोग सूप के रूप में भी कर सकते हैं।
नाशपाती खाने का सही समय
नाशपाती का सेवन सुबह नाश्ते के दौरान लिया जा सकता है। आप चाहे तो इसे दोपहर में भी खा सकते हैं।
नाशपाती में कौन सा विटामिन होता है ?
नाशपाती में की तरह के विटामिन मौजूद होते हैं जिसमें विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन के आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा इसमें कई प्रकार के मिनरल मौजूद होते हैं।
खाली पेट नाशपाती खाने से क्या फायदा?
सुबह खाली पेट नाशपाती खाने से दिन भर आपको एनर्जिक रहने में मदद मिलेगी। यह कब्ज को दूर कर पाचन को ठीक रखने में मदद करती है। इसके इतने सारे फायदे हैं की इसे सेव के बाद दूसरा पौष्टिक फल माना जाता है।
इस लेख में नाशपाती खाने के फायदे और नुकसान शीर्षक से वर्णित बातें केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है। आप इसे किसी भी तरह का चिकित्सा परामर्श अथवा विकल्प नहीं समझें।
इसको किसी चिकित्सा विकल्प के रूप में प्रयोग से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। हमारी वेबसाईट faydeaurnuksan.in इसमें वर्णित किसी भी चीज की ज़िममेदारी का दावा नही करता है।