कच्चा आंवला खाने के फायदे और नुकसान (kachcha amla khane ke fayde aur nuksan) आपको विस्मित कर सकती है। आंवला कई पोषक तत्वों से भरपूर स्वास्थ के लिए अत्यंत ही गुणकारी फल माना जाता है।
खाली पेट कच्चा आंवला खाने के कई फायदे हैं। आंवला को मुरब्बा, चूर्ण, भष्म किसी भी रूप में सेवन किया जाय इसका विटामिन नष्ट नहीं होता।
लेकिन इस लेख में कच्चा आंवला खाने के फायदे और नुकसान के बारें में हम विस्तार जानेंगे। आंवले में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी, ए, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, ऐन्थो साइनिन जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
इसके अलावा कच्चा आंवला एंटीऑक्सीडेंट गुणों से युक्त केन्सर रोधी भी होता है। इसी कारण से सदियों से आंवला का प्रयोग हेल्थ बेनेफिट के लिए किसी न किसी रूप में होते आया है।
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कच्चा आंवला खाने के फायदे और नुकसान
आयुर्वेद में कच्चा आंवला खाने के अनेकों फायदे वर्णित हैं। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी आंवला एंटी-ऑक्सीडेंट गुण से भरपूर होते हैं जो फ्री रेडिकल्स से शरीर को क्षति होने से रक्षा करता है।
कच्चा आंवला में मौजूद विटामिन ए, विटामिन बी 12, विटामिन सी, विटामिन ई, आयरन, कैल्शियम, जिंक, और फाइबर जैसे पोषक तत्त्व इन्हें औषधीय गुण प्रदान करता है।
शरीर के अंदर वात, पित्त और कफ को संतुलित कर यह रोगों से रक्षा में लाभकारी है। कच्चा आंवला विटामिन सी सबसे समृद्ध स्रोत माना गया है। जो इम्यूनिटी बूस्टर के लिए बहुत जरूरी है।
खाली पेट में कच्चा आंवला खाने से आंखों की रोशनी और पाचन शक्ति बढ़ती है। यह त्वचा और वालों के के लिए भी फायदेमंद है। यह जहां त्वचा में गलो लाता है वहीं बालों को भी असमय झरने और सफेद होने से रोकता है।
इस प्रकार कच्चे आंवले खाने के अनगिनत advantage हैं। लेकिन इसके disadvantage को भी नजरअंदाज नही किया जा सकता है। कच्चा आंवला खाने के भरपूर फायदे इसके सीमित मात्रा में सेवन से मिल सकता है।
क्योंकि इसका अधिक मात्रा में सेवन पेट और लीवर को नुकसान कर सकता है। फलतः आंवला खाने के फायदे और नुकसान दोनों के बारें में विस्तार से जानकारी जरूरी हो जाता है।
कच्चा आंवला खाने के फायदे जिसे शायद आप नहीं जानते
सदियाँ से विश्व भर में आंवला का अलग-अलग तरीके से इस्तेमाल होता आया है। इसे सुखाकर चूर्ण के रूप में, जूस निकालकर, चटनी के रूप में, मीठा मुरब्बा बनाकर, आचार के रूप में, चटपटी वटी, सब्जी के रूप में अथवा कच्चा आंवला ही नमक में डाल कर खाया जाता है।
इसके अनेकों फायदे बताए जाते हैं। हर दृष्टि से इसका सेवन फायदाकारक साबित हो सकता है। आइये कच्चा आंवला खाने के 10 फायदे के बारे में जानते हैं।
मजबूत इम्यून सिस्टम
कच्चा आंवला खाने से इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट होने में मदद मिलता है। विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से युक्त होने के करना रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाता है।
इसके अलावा कच्चा आंवला में फंगल इंफेक्शन और बैक्टीरिया से लड़ने की भरपूर क्षमता होती है। फलतः अपने रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाकर शरीर को स्वस्थ रखने में कच्चा आंवला का सेवन लाभकारी साबित हो सकता है।
आँखों की रोशनी के लिए
आज के मोबाईल के युग में आँखों पर जोर बहुत दिया जा रहा है, आखों पर खतरा बढ़ गया है। इस परिस्थिति में आँखों की भी देखभाल की विशेष जरूरत है।
विटामिन ए आँखों को स्वस्थ रखने में कारगर साबित होता है। यह हमारे आँखों की रोशनी को तेज करता है और आँखों की कई समस्या से रक्षा करता है।
बालों की रक्षा में सहायक
चूंकि कच्चा आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है। फलतः इसका सेवन शरीर में कोलेजन के उत्पादन हेतु आवश्यक माना जाता है। जो त्वचा को स्वस्थ रखने वाला एक प्रकार का प्रोटीन है।
इसके सेवन से बाल मुलायम और चमकदार हो हैं । इसके अलावा कच्चा आंवला का सेवन असमय बालों को सफेद और गंजेपन से रोकता है।
अगर आप अपने बालों को मजबूत और स्वस्थ रखना चाहते हैं तो अपने डेली डाइट में कच्चा आंवला जरूर शामिल किया जाना चाहिये।
त्वचा के गलो के लिए उपयोगी
कच्चे आंबला का सेवन हमारी त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। इसके अंदर कुछ ऐसे इंजाइम पाये जाते हैं जो चेहरे की झुर्रियां और आँखों के नीचे के डार्क सर्कल को दूर करने में मदद कर सकता है।
पाचन तंत्र की मजबूती में सहायक
पाचन प्रणाली की मजबूती और उसे तेज करने के लिए भोजन में फाइबर की आवश्यक मात्रा का होना जरूरी है। कच्चा आंवला में फाइबर उच्च कोटी का पाया जाता है।
जो पाचन तंत्र को मजबूत कर भूख को बढ़ता है। इस प्रकार यह पेट की सी समस्या से निजात पाने में सहायता प्रदान करता है।
अस्थमा, सर्दी और फ़लू में लाभकारी
कच्चा आंवला विटामिन सी का भंडार है। इसमें अन्य फलों की तुलना में अत्यधिक मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। इसके सेवन से मौसम परिवर्तन का असर, सर्दी, फ्लू और अन्य संक्रमणों से लड़ने में मदद मिलती है।
एंटीऑक्सीडेंट गुणों से युक्त
कच्चा आंवला में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले हानी से रक्षा करता है। इसी कारण से कच्चे आंवले को अपने डाइट का हिस्सा बनाना शरीर को निरोग रखने के लिए जरूरी है।
पुरानी से पुरानी कब्ज से राहत
कच्चे आंवला का सेवन जहां पाचन क्रिया को तेज करता है वहीं पुरानी कब्ज को भी जड़ से खत्म करने में लाभकारी साबित हो सकता है। क्योंकि कच्चा आंवला में मजूद फाइबर कब्ज दूर करने में अत्यंत ही मददगार होता है।
यह आंत से चिपके दूषित मल को लूज कर उसे शरीर से बाहर करने का काम करता है। इसके अलावा कच्चा आंवला प्राकृतिक लैग्जेटिव का भी काम करता है, जो टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर निकलने में मदद करता है।
सुबह खाली पेट कच्चा आंवला खाने अथवा इसका जूस पीना काफी फायदे पहुचा सकता है।
मधुमेह रोगी के लिए लाभकारी
कच्चा आंवला का सेवन शरीर में रक्त शर्करा के लेवल को संतुलित करने में मददगार होता है। क्योंकि कच्चा आंवला क्रोमियम का अच्छा स्रोत माना जाता है।
अतः डायबिटीज पर नियंत्रण के लिए अपने डाइट में कच्चा आंवला को सम्मिलित करना बुद्धिमानी भरा फैसला हो सकता है।
दिल के लिए उपयोगी है कच्चा आंवला
शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से इसका सीधा असर ह्रदय पर होने लगता है। कच्चा आंवला में इसे नियंत्रित करने का गुण होता है।
एक अध्ययन के अनुसार कच्चा आंवला में फ्लेवोनॉयड्स नामक तत्व पाया जाता है जो शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को काम कर अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को बढ़ाने में मदद करता है।
इसके अलावा कच्चा आंवला में उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने का गुण होता है। इसके सेवन से हृदय रोग के जोखिम को कम किया जा सकता है।
बुढ़ापा रोकने में मददगार
कुछ लोग अपने उम्र से ज्यादा बूढ़े दिखते हैं। ऐसा उनके शरीर में कुछ खास तत्वों के कमी के कारण होता है। कच्चा आंवला का सेवन असमय बुढ़ापा को रोकने में मददगार साबित हो सकता है।
यह विटामिन सी का भंडार है जो शरीर में कोलेजन(एक प्रकार का प्रोटीन) का उत्पादन कर असमय स्किन पर आए झुर्रियों को दूर कर जबान बनाए रखने में मददगार साबित हो सकता है।
आपने च्यवन ऋषि का नाम जरूर सुना होगा जिन्होंने आंबले से तैयार औषधि का सेवन कर बूढ़े से जवान हो गये थे।
एनेमिया से रक्षा
एनामिया अर्थात खून की कमी को दूर करने में आयरन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आंबले के अंदर प्रचुर मात्रा में आयरन मौजूद होता है जिसके सेवन से शरीर में खून की कमी दूर होकर एनामिया जैसी बीमारी से रक्षा हो सकता है।
हड्डी और दांतों के लिए लाभदायक
कच्चा आंबला का सेवन हड्डी रोग, दांतों की सुरक्षा में लाभकारी हो सकता है। क्योंकि इसमें विटामिन, कैल्शियम और फास्फोरस अच्छा मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से अस्थि रोग में मदद मिल सकता है।
इसके अलावा आंवला में पोटैशियम की भी उच्च मात्रा होती है, जो मांसपेशियों की मजबूती के लिए फायदेमंद है।
कैंसर से रक्षा में सहायक
कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में कच्चे आंवले का सेवन फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि कच्चा आंवला एंटीऑक्सीडेंट गुण से भरपूर फ्री रेडिकल्स से शरीर को बचाता है।
कच्चा आंवला खाने के नुकसान
ऊपर लेख को पढ़ने से पता चलता है की कच्चा आंवला खाने के कई फायदे हैं। वहीं इसके अधिक सेवन से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
इसीलिए कच्चे आंवला का उचित मात्रा में सेवन ही लाभकारी हो सकता है। आगे हम कच्चे आंवला के कुछ संभावित नुकसान के बारें में जानेंगे।
- उचित मात्रा से अधिक कच्चे आंवला का सेवन दस्त की समस्या खड़ी कर सकता है।
- इसमें उच्च स्तर का फाइबर पाया जाता है जो रेचक का काम कर दस्त को बढ़ा सकता है।
- कच्चे आंवला का अधिक सेवन पेट को अति संवेदनशील बना सकता है।
- इसके अधिक सेवन से एसिडिटी और अपच जैसी समस्या हो सकती है।
- कुछ लोगों को कच्चा आंवला खाने से उल्टी अथवा मितली की शिकायत हो सकती है।
- कच्चा आबला को लोगों में एलर्जी का भी कारण हो सकता है।
- परिणामस्वरूप त्वचा पर चकत्ते, पित्ती और खुजली और लाली जैसी समस्या दिखाई दे सकती है।
कच्चे आंवला का उपयोग
इसमें एक खास गुण होता है की इसे पकाने अथवा जलाने के बाद भी इसके विटामिन सी नष्ट नहीं होता है। कच्चे आंवले को अपने सुविधानुसार कई तरह से किया जा सकता है।
इसे नमक और मिर्च के साथ भी दाँत काटकर खाया जा सकता है। आइये जानते है कच्चे आंवले खाने के कुछ प्रचलित तरीके के बारें में : –
- कच्चे आंवला का चटनी के रूप में
- कच्चे आंवला का आचार बनाकर
- आंवला का मुरब्बा के रूप में
- कच्चे आंवला का जूस निकालकर
- कच्चे आंवले को सुखाकर चूर्ण के रूप में
- चटपटी केनडी के रूप में
इस लेख में कच्चा आंवला खाने के फायदे और नुकसान शीर्षक से वर्णित बातें केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है। आप इसे किसी भी तरह का चिकित्सा परामर्श अथवा विकल्प नहीं समझें।
इसको किसी चिकित्सा विकल्प के रूप में प्रयोग से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। हमारी वेबसाईट faydeaurnuksan.in इसमें वर्णित किसी भी चीज की ज़िममेदारी का दावा नही करता।