मूली एक ऐसी सब्जियां हैं जिनका उपयोग सलाद, पराठे, आचार व कई अन्य व्यंजनों में किया जाता है। इस लेख में मूली खाने के फायदे और नुकसान के बारें में विस्तार से वर्णन है।
मूली के बारें में (Know about Radish in Hindi)
मुली का अंग्रेजी में रेडिश(Radish) कहते हैं जिसका वैज्ञानिक नाम राफ़ानस सैटिवस ((Raphanus sativus) है। यह ब्रासिकेसी परिवार से बेलोंग करता है। मुली रूट वेजिटेबल की श्रेणी में आता है जिसकी जाड़े खायी जाती है।
सर्दी का मौसम आते है बाजार में कई तरह की मुली बिकनी शुरू हो जाती है। हमारे देश भारत में यह सफेद और लाल रंग की अक्सर बाजार में मिलती है। जबकि कुछ देशों में यह लाल, बैंगनी और काले रंग में भी पाई जाती है।
मुली(Radish) का स्वाद तीव्र और कड़बा होता है। इसके कड़बे स्वाद के लिए इसमें मौजूद आइसोथियोसायनेट नामक एक यौगिक जिम्मेदार होता है। तेज-करबे स्वाद का कारण कुछ लोग इसे खाना पसंद नहीं करते।
लेकिन मूली में विटामिन ए, बी और सी प्रचुर रूप से मौजूद होता है। इसके अलावा मूली में मैग्नीशियम और फॉस्फेट जैसे मिनरल भी पाये जाते हैं।
ऐसे में रोजाना सीमित मात्रा में मुली खाने से ब्लड कैंसर, डायबिटीज और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल जैसी घातक बीमारियों से भी रक्षा हो सकता है। इसे सीमित मात्रा में खाने से अन्य सब्जियों की तरह मूली खाने के भी कई फायदे मिलते हैं।
लेकिन इसे कच्चा खाना अधिक स्वास्थ्यवर्धक समझा जाता है।
Table of Contents
मूली में मौजूद पोषक तत्व की मात्रा
पोषक तत्व | मात्रा (प्रति 100 ग्राम पर) |
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विटामिन सी | 14.8 मिलीग्राम |
विटामिन के | 1.3 माइक्रोग्राम |
बितमीन बी-6 | .071 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 10 मिलीग्राम |
फास्फोरस | 20 मिलीग्राम |
आयरन | 0.34 मिलीग्राम |
कैल्शियम | 25 मिलीग्राम |
प्रोटीन | 0.68 ग्राम |
मूली खाने के फायदे और नुकसान
मुली की तासीर गर्म होती है जो सर्दियाँ में शरीर को उष्णता देती है। लेकिन कहा जाता है की शाम के बाद मुली की तासीर ठंड हो जाती है। फलतः ठंड के दिनों में शाम के बाद मुली का सेवन आपके शरीर में अतिरिक्त ठंढक दे सकती है।
हालांकि इसमें बताए गये फायदे किसी भी रोग का इलाज नहीं है। लेकिन इसका सेवन समस्या को बढ़ने से कुछ हद तक ही कम किया जा सकता है। आइए इस इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से मुली खाने के फायदे और नुकसान के बारें में जानते हैं।
मुली खाने के फायदे – Benefits of Radish (Muli) in Hindi
इम्यूनिटी का बढ़ाने में मददगार
मूली कई विटामिन जैसे बी, सी और के से भरपूर होता है। इसके अलावा मुली फाइबर, मिनरल और एंटीऑक्सिडेंट जैसे पोषक तत्वों से भी भरपूर होती है।
फलतः मुली का सेवन इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद कर सकता है। इम्यूनिटी बूस्ट होने से शरीर का सीजनल रोग (सर्दी, जुकाम) और कई घातक रोगों से रक्षा हो सकती है। मुली के साथ नीबू भी फायदेमंद है। मूली और नींबू के फायदे की बात करें तो मुली में नींबू का कुछ रस मूलकर दांतों पर घसने से दांत मोती जैसे चमक जाते हैं।
हार्ट को स्वस्थ रखने में मुली के फायदे
हमारे शरीर के लिए हृदय एक सबसे अहम अंग है। कहते हैं की जब तक हृदय काम करता है तब तक ही जीवन है। एक अध्ययन के अनुसार मुली में मौजूद नाइट्रेट जैसे तत्व से हृदय रोग खासकर एथेरोस्क्लेरोसिस के खतरे को कम करने में मददगार है।
जिसके कारण आर्टरी वॉल यानी धमनियों के अंदर ब्लोकेज की समस्या बढ़ने लगती है। जो आगे चलकर हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। फलतः मुली का सेवन हृदय रोग के खतरे को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।
पेट के लिए फायदेमंद है मुली
इसके अलावा मुली में मौजूद गुण पेट के लिए लाभकारी है जो पाचन क्रिया को तेज करने में मदद कर सकता है। मुली के सेवन से लीवर को भी स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है।
क्योंकि मुली में मौजूद गुण लीवर से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने में मददगार है। इस प्रकार लिवर को डीटॉक्सिफाय करने में मदद मुली का सेवन फायदेमंद हो सकती है।
शायद इसी गुणों के कारण ही जॉन्डिस के घरेलू इलाज में मूली का सेवन की सलाह दी जाती है।
खून की कमी को दूर कर सकता है मुली
आयरन की कमी से एनेमिया नामक बीमारी को खतरा होता है। एनेमिया के कारण शरीर में खून की कमी और हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है। ऐसे में आयरन युक्त आहार का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है।
मुली में लोह तत्व (आयरन) प्रचुर रूप से मौजूद होता है। फलतः मुली और मुली के पत्तों का सेवन से शरीर में आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है।
सूजन रोधी गुणों से भरपूर
मुली सूजन को दूर करने में फायदेमंद साबित हो सकता है। एक अध्ययन के अनुसार मूली में कुछ ऐसे यौगिकों मौजूद होते हैं जो सूजन और रोगाणुरोधी गुण वाले होते हैं।
फलतः मुली का सेवन शरीर में संक्रमण को कम करने और सूजन से लड़ने में मददगार हो सकते हैं।
कब्ज में मूली खाने के फायदे
हमारे आहार में फाइबर युक्त भोजन का बहुत महत्व है। फाइबर पेट को साफ कर कब्ज से राहत प्रदान करता है। कहा जाता है कब्ज 100 रोगों की जड़ है।
मुली में फाइबर प्रचुर रूप से पाया जाता है। ऐसे में मुली का नियमित और संतुलित मात्रा में सेवन कब्ज से राहत देता है। जिससे शरीर कई बीमारियों से सुरक्षित रह सकता है।
कैंसर जैसे घातक रोगों से लड़ने में मददगार
मुली एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, साथ ही इसमें मौजूद आइसोथियोसाइनेट नमक यौगिक कैंसर रोधी गुणों से युक्त होता है। फलतः मुली का सेवन कैंसर जैसी घातक रोगों से बचाव में मददगार साबित हो सकता है।
किडनी स्टोन से रक्षा में सहायक
कहा जाता है की शरीर में कैल्शियम ऑक्सालेट के कारण भी किडनी में पथरी बनने की समस्या उत्पन्न होती है। ऐसे में किडनी में पथरी की समस्या के जोखिम को कम करने में मूली का सेवन लाभकारी हो सकती है।
क्योंकि एक अध्ययन के अनुसार मूली में मौजूद गुण कैल्शियम ऑक्सालेट को शरीर से दूर करने में मददगार है।
रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक
रक्तचाप के नियंत्रण में भी मुली के फायदे देखे जा सकते हैं। असल में मुली के अंदर पोटैशियम की प्रचुर मात्रा मौजूद होता है। इस कारण से यह हाई ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित रखने में मददगार है।
बीपी के रोगी अपने डाइट में मुली को शामिल कर अपनी परेशानी को कम कर सकते हैं।
बवासीर में मूली खाने के फायदे
जैसा की हम जानते हैं की मूली में ग्लूकोसाइलिनेट्स, रापिनिन और विटामिन-सी जैसे कई मेटाबोलाइट्स मौजूद होते हैं।
इस कारण से मुली एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है जो बवासीर के कारण होने वाले दर्द और सूजन को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।
आयुर्वेद में भी धरेलू उपचार के तहद मुली खाने की सलाह दी जाती है। पाइल्स के रोकथाम में इसके पत्ते और जूस भी फायदेमंद माने जाते हैं।
खाली पेट मूली खाने के फायदे और नुकसान
मधुमेह के जोखिम को करने में सुबह खाली पेट मुली का सेवन फायदेमंद हो सकता है। लेकिन सीमित मात्रा से अधिक खाली पेट मुली खाने से फायदे की अपेक्षा नुकसान की संभावना अधिक होती है।
यूरिक एसिड में मूली के फायदे
पीलिया में मूली खाने के फायदे
मूली के पत्ते खाने के फायदे और नुकसान
कहते हैं की सिर्फ मुली ही नहीं बल्कि मूली के पत्ते खाने के फायदे और नुकसान भी हैरान करने वाली है। कहते हैं की मुली की तुलना में मुली के पत्ते में कई गुना पोषक तत्व मौजूद होते हैं। खासकर विटामिन सी का अद्भुत स्रोत है।
मुली खाने के नुकसान
- मुली के अधिक सेवन से फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है। फलतः संतुलित और सही मात्रा में ही मुली का सेवन किया जाना चाहिए।
- मुली का अधिक सेवन पेट में गैस, अपच और खट्टी डकारें का कारण बन सकता है।
- मुली में आयरन की बहुत अधिकता होती है फलतः इसके ज्यादा मात्रा में नियमित सेवन से शरीर में आयरन की अधिकता हो सकती है।
- मुली का सेवन थाइराइड की समस्या को बढ़ा सकता है। फलतः थाइराइड के रोगी को मुली खाने से पहले विशेषज्ञ का सलाह जरूरी है।
- मुली का अधिक सेवन शरीर में डिहाइड्रेशन अर्थात पानी की कमी की समस्या हो सकती है। क्योंकि इसके सेवन से पैसाब की अधिकता हो सकती है।
- रात में मूली खाने के नुकसान हो सकते हैं। इस कारण से शाम के बाद मुली के सेवन से बचना चाहिए। क्योंकि शाम के बाद मुली ठंड प्रकृति का हो जाता है।
मूली कैसे खाएं:
मुली को कच्चा सेवन किया जाय तो वह अधिक फायदेमंद होता है। सर्दी के दिनों में मुली के पराठे भी खूब पसंद किए जाते है। मुली का आचार के रूप में भी सेवन किया जा सकता है।
मूली और दही एक साथ खाने से क्या होता है?
मूली और दही को एक साथ खाया जा सकता है। इसके एक साथ सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। लेकिन रात में मुली और दही का एक साथ खाने से परहेज करना चाहिए। नहीं तो नुकसान हो सकता है।
इस लेख में मुली खाने के फायदे और नुकसान शीर्षक से वर्णित बातें केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है। आप इसे किसी भी तरह का चिकित्सा परामर्श अथवा विकल्प नहीं समझें।
इसको किसी चिकित्सा विकल्प के रूप में प्रयोग से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। हमारी वेबसाईट faydeaurnuksan.in इसमें वर्णित किसी भी चीज की ज़िममेदारी का दावा नही करता है।