प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे (pregnancy me chiku khane ke fayde) एक नहीं अनेक हैं। गर्भावस्था में महिलाओं के लिए सही आहार का चयन अत्यंत ही महत्वपूर्ण होता है।
इस दौरान पौष्टिक आहार के साथ अंगूर आदि फल खाने की सेवन की सलाह दी जाती है। लेकिन इस लेख हम प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे के बारें में जानेंगे।
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चीकू क्या है।
चीकू भूरे कलर का अंडे के समान अथवा गोल दिखने वाला फल है। चीकू अपने लाजबाब स्वाद और पोषक गुणों के लिए जाना जाता है। खाने में यह अत्यंत मीठा फल होता है। इसमें शुगर की मात्रा अधिक होती है।
चीकू का दूसरा नाम सपोटा भी है जिसे अंग्रेजी में Sapodilla कहा जाता है। इसे वैज्ञानिक भाषा में Manilkara zapota के नाम से जाना जाता है। चीकू की तासीर शीतल होती है। जो हमें गर्मी से राहत देती है।
चीकू का ऑरिजिन अमेरिका तथा मैक्सिको माना जाता है। लेकिन धीरे-धीरे यह भारत सहित थाईलैंड और फिलीपींस आदि विश्व के कई देशों में पाया जाता है। पश्चिम भारत में चीकू की खेती सबसे अधिक होती है।
पोषक तत्वों से भरपूर होता है चीकू
चीकू कई पोषक तत्वों का समृद्ध स्रोत है। प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे अद्भुत प्राप्त होते हैं। चीकू में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन ई के अलावा कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम और मैंगनीज जैसे मिनरल पाये जाते हैं।
इसके साथ ही चीकू एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भी भरपूर होता है। इसका सेवन खासकर गर्भवती महिलाओं के लिए दवा समान है। लेकिन गर्भावस्था में चीकू के लाभ के साथ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।
प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे – Chiku Ke Fayde in Pregnancy
गर्भावस्था के दौरान चीकू का सेवन माँ और उनके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए बहुत फायदेमंद होता है। प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे न केवल माँ को मिलता है बल्कि उनके पेट में पल रहे शिशु के सेहत के लिए भी लाभकारी होता है।
अगर आप गर्भावस्था में फ्रूट के बारे में सोच रहे हैं, तो प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे जानकार आप विस्मित हो सकते हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि प्रेगनेंसी में चीकू के फायदे क्या-क्या हो सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान आपकी सेहत के लिए चीकू कितना लाभदायक हो सकता है। चीकू में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन, एंटीऑक्सिडेंट्स और खनिज लवण होते हैं। फलतः गर्भावस्था के दौरान चीकू खाने से शरीर को आवश्यक ऊर्जा और ताकत मिलती है।
पोषकतत्व से भरपूर चीकू आपके शिशु के विकास में मददगार साबित हो सकता है। लेकिन समुचित मात्रा से अधिक चीकू का सेवन गर्भवती महिलाओं को नुकसान भी कर सकता है।
आइए इस लेख में गर्भावस्था में चीकू खाने के फायदे और नुकसान के बारें में विस्तार से जानते हैं।
प्रेगनेंसी में चीकू (Sapota) खाने के 6 फायदे – Pregnancy Me Chiku Khane Ke Fayde
चीकू खाने से जहां गर्भवती महिला को कई लाभ मिलता है। वहीं उसके होने वाले शिशु के विकास लिए भी कई तरह से फायदेमंद हो सकता है। आइये गर्भावस्था में चीकू के 10 फ़ायदों के बारें में जानते हैं।
मॉर्निंग सिकनेस में चीकू के फायदे
प्रेगनेंसी में गर्भवती महिलाओं में मॉर्निंग शिकनेस आम बात होती है। चीकू में मौजूद पोषकतत्व गर्भवती महिलाओं में होने वाली थकान कर दूर कर करने मे सहायक होती है। चीकू के सेवन से मितली और चक्कर आने जैसी समस्या में भी आराम मिलता है।
इसके अलावा प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे गर्भस्थ शिशु के लिए भी लाभकारी होता है। क्योंकि इसमें पाए जाने वाले विटामिन बी6 गर्भस्थ शिशु के विकास के महत्वपूर्ण होता है। फलतः गर्भावस्था के दौरान चीकू का रोजाना सेवन फायदेमंद हो सकता है।
शरीर से विषाक्त पदार्थों दूर करता है – चीकू
प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे शरीर से विषाक्त पदार्थ को दूर कर निरोग रखने में सहायक हो सकता है। चीकू के अंदर कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो प्राकृतिक मूत्रवर्धक और डिटॉक्सिफाइंग एजेंट का काम करता है।
यह पेशाब के रास्ते शरीर से विषाक्त पदार्थ को बाहर करता है। जो माँ और पेट में विकसित हो रहे भुरण के लिए फायदेमंद हो सकता है।
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हड्डियों के मजबूती में चीकू के फायदे
चीकू के अंदर कैल्शियम, आयरन और फास्फोरस भरपूर मात्रा में उपस्थति होता है। फलतः प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे गर्भस्थ शिशु के हड्डियों के विकास तथा मजबूती के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
जीवाणु संक्रमण को रोकने में चीकू के फायदे
गर्भावस्था के अक्सर गर्भवती महिलाओं की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अतः प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे इम्यूनिटी बूस्ट करने में सहायक है।
क्योंकि इसमें मौजूद पॉलीफेनोलिक नामक एटीऑक्सीडेंट गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। जिससे शरीर को कई संक्रामक बीमारी से लड़ने में मदद मिलती है।
इसके अलावा यह एटीऑक्सीडेंट होने के कारण शरीर को फ्री रेडिकल्स से मुक्त कर कई घातक बीमारी से रक्षा में मददगार होता है।
शिशु के विकास के लिए महत्वपूर्ण
चीकू का सेवन होने वाले शिशु और माँ दोनों के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है। चीकू में पाए जाने वाले विटामिन-B6, विटामिन-C, विटामिन-K और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व भुरण के विकास में अहम भूमिका अदा कर सकता है।
पाचन शक्ति बढ़ाने में सहायक चीकू
गर्भावस्था के दौरान चीकू का सेवन गर्भवती महिलाओं के डाइजेशन को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। क्योंकि चीकू के अंदर मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को तेज करने में मदद करता है।
तनाव व अनिंद्रा से राहत
प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर महिलयों तनाव से परेशान रहती हैं। उन्हें अच्छी तरह नींद नहीं आती है। वे अनिद्रा रोग की शिकार हो जाती है। इस परेशानी को दूर करने मे प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे मददगार साबित हो सकता है।
चीकू एक प्राकृतिक शामक की तरह काम करते हुए नस को शांत कर तनाव को दूर करता है। चीकू के सेवन से शरीर में मेलाटॉनिन स्ट्रेस रिलीज होता है, यह गहरी नींद आने में मददगार होता है।
ऊर्जा का अद्भुत स्रोत–
चीकू खाने से शरीर को उच्च फाइबर और कार्बोहाइड्रेट प्राप्त होता है। इसके साथ ही चीकू में ग्लूकोच भी अधिक मात्रा में पायी जाती है।
प्रेगनेंसी में सुबह खाली पेट चीकू खाने से भरपूर ऊर्जा प्राप्त होती है। जो आपके कमजोरी को दूर कर दिन भर स्फूर्तिबान रहने में मदद कर सकता है।
कब्ज से राहत–
चीकू में फाइबर की भरपूर मात्रा पायी जाती है। फलतः प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे गर्भवती महलाओं के कब्ज और गैस की समस्याओं से राहत में मदद मिल सकती है।
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है –
चीकू के अंदर पाए जाने वाले फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने मे मदद करता है। जो हमें स्ट्रोक और हृदय रोगों के जोखिम से बचाने में मदद करते हैं।
चीकू (सपोटा) में मौजूद मैग्नीशियम मौजूद होता है जो शरीर की रक्त वाहिकाओं को तेज और स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
इसके अतिरिक्त इसमें मौजूद पोटैशियम रक्तचाप और ब्लड सर्कूलेशन को कंट्रोल में सहायक माना जाता है। फलतः प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे हमें ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करने में मिल सकता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद –
चीकू में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट त्वचा के लिए अत्यंत ही गुणकारी होता है। चीकू के सेवन से त्वचा और चेहरे के दाग धब्बे दूर होकर त्वचा में गलो लाने में मदद करती है।
खून की कमी को करे दूर–
प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं में हीमोग्लोविन के लेवल में कमी हो जाती है। इस दौरान प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे शरीर में खून की कमी को दूर करने में फायदेमंद है। इसमें आयरन की प्रचुर मात्रा पायी जाती है जो रक्त की कमी को दूर कर एनेमिया से बचाता है।
सूजन में राहत देता है चीकू–
गर्भावस्था के दौरान चीकू का सेवन शरीर के सूजन की समस्या को कम कर सकता है। क्योंकि चीकू में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण सूजन से राहत प्रदान करने में मददगार है।
क्या गर्भावस्था में चीकू खाना सुरक्षित है? – Is Chikoo (Sapota) Good For Pregnancy in Hindi
कुछ लोग यह जानना चाहते हैं की प्रेगनेंसी में चीकू खाना चाहिए या नहीं। तो एक्सपर्ट के अनुसर प्रेगनेंसी में ताजी चीकू खाना सुरक्षित है।
चूंकि चीकू कई पौष्टिक तत्व जैसे विटामिन, खनिज लवण, शुगर, आयरन, कैल्शियम आदि से भरपूर होते हैं। गर्भावस्था में इसका सेवन मां और शिशु दोनों के लिए फायदेमंद है। लेकिन चीकू के अनुचित मात्रा में सेवन से नुकसान हो सकता है।
प्रेगनेंसी में चीकू खाने के नुकसान
गर्भावस्था के दौरान चीकू खाने के दुष्प्रभाव का कोई सटीक प्रमाण नहीं मिलता। लेकिन फिर भी इसे खाते बक्त कुछ सावधानी रखनी जरूरी है। अन्यथा प्रेगनेंसी में चीकू खाने के नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
- हमेश पके हुए चीकू का ही सेवन करना चाहिए, अधपके चीकू का सेवन मुहँ और गले में खुजली की समस्या खड़ी कर सकता है।
- गर्भावस्था में चीकू का समुचित मात्रा का सेवन करना चाहिए। चूंकि चीकू उच्च कैलोरी की मात्रा होती है। यह वजन को बढ़ा सकता है।
- प्रेग्नेंसी में चीकू का अधिक सेवन पेट को खराब कर सकता है। इसके अपच, पेट में दर्द और दस्त जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती हैं।
- कुछ महिलाओं को किसी खास फल से एलर्जी हो सकती है। अगर आपको भी पहले से चीकू के एलर्जी के बारें में पता है तो प्रेग्नेंसी में इसे खाने से परहेज करना चाहिए।
चीकू की तासीर गर्म होती है या ठंडी
चीकू गर्मी के मौसम में बहुलता से पाये जाने वाला फल है। इस फल की तासीर शीतल होती है। चीकू की तासीर ठंडी होने के कारण गर्मी के दिनों में आपको अंदरूनी शीतलता प्रदान करने में मददगार हो सकता है।
निष्कर्ष(Conclusion) :
सभी महिलाओं के लिए माँ बनना एक सपना होता है। प्रेग्नेंट होने से लेकर मां बनने तक का सफर जिंदगी में एक सुखद अहसास से भरा क्षण होता है। प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे मां और उसके पेट में पल रहे भ्रूण के विकास के लिए अत्यंत ही फायदेमंद है।
हमारी वेबसाईट ‘Drink & Eat this, not that’ पर आपको प्रेगनेंसी में चीकू खाने से जुड़ी हर सवाल का जबाव सटीक और वैज्ञानिक तथ्यों को ध्यान में रखते हुए दी गई है। लेकिन फिर भी प्रेग्नेंसी में चीकू का सेवन अपने डाक्टर के परामर्श के बाद ही करना बेहतर साबित हो सकता है।
FAQ (गूगल पर सर्च होने वाले प्रश्न)
क्या चीकू गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छा है?
गर्भवती महिलाओं के लिए चीकू का सेवन वरदान से कम नहीं माना जाता है। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान चीकू खाने से महिलाओं में मॉर्निंग सिकनेस, उच्च रक्तचाप, मोटापा, मधुमेह और कब्ज जैसी समस्या से राहत मिलती है।
1 दिन में कितने चीकू खाने चाहिए?
गर्भवती महिलाओं के लिए एक दिन में 2 से तीन चीकू का सेवन काफी है। क्योंकि इस दौरान किसी भी खान-पान की अधिकता नुकसानदायक हो सकता है।
प्रेगनेंसी में सुबह क्या खाना चाहिए।
चीकू कब खाना चाहिए? इसका उत्तर आपका अपना चिकित्सक ही अच्छी तरह से दे सकता है। लेकिन अधिकतर लोगों के राय में प्रेगनेंसी में सुबह चीकू का सेवन अधिक फायदेमंद साबित हो सकता है।
प्रेगनेंसी में चीकू खा सकते हैं।
हाँ, प्रेगनेंसी में चीकू खाया जा सकता है। क्योंकि इसमे मौजूद पोषक तत्व महिलाओं के मितली, उलटी, मार्निंग सिकनेश, मधुमेह और पेट की समस्या से राहत देता है।
इस लेख में प्रेगनेंसी में चीकू खाने के फायदे और जानें प्रेगनेंसी में चीकू खाने के नुकसान शीर्षक से वर्णित बातें आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। आप इसे किसी भी तरह का चिकित्सा परामर्श अथवा विकल्प नहीं समझें।
इसको किसी चिकित्सा विकल्प के रूप में अपनाने से पहले हमेशा विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक की सलाह जरूर लें। हमारी वेबसाईट faydeaurnuksan.in इसमें वर्णित किसी भी चीज की सत्यता की पुष्टि अथवा दावा नही करता है।