प्रेगनेंसी में आंवले का मुरब्बा खाना चाहिए या नहीं, जानें इस अमृत फल के 5 अद्भुत लाभ

प्रेगनेंसी में आंवले का मुरब्बा खाना चाहिए या नहीं इसे हरेक गर्भवती महिलायें जरूर जानना चाहती है। इस दौरन गर्भस्थ शिशु के उचित विकास सुनिश्चित करने के लिए खान-पान पर विशेष ध्यान देना जरूरी है।

प्रेगनेंसी में आंवला खाने के फायदे माँ और गर्भस्थ शिशु दोनों के लिए फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि आंवले का मुरब्बा एक पोष्टिक और स्वादिष्ट आहार है।

इसमें विटामिन सी, विटामिन ए, फाइबर, आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व पाये जाते हैं। जो गर्भावस्था के दौरान अत्यंत ही फायदेमंद साबित हो सकता है।

अपने पोषक तत्व के कारण यह सुपरफूड कहलाता है। इस लेख के माध्यम से हम प्रेगनेंसी में आंवले का मुरब्बा खाना चाहिए या नहीं इसके बारें मे विस्तार से जानेंगे साथ ही यह भी जानेंगे की गर्भवती महिलाओं के लिए आंवले का सेवन करना कितना लाभदायक और सुरक्षित है।

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प्रेगनेंसी में आंवले का मुरब्बा खाना चाहिए या नहीं

आंवले का मुरब्बा खाने के फायदे in pregnancy

जब हरे आंवले को उबालकर चाशनी में डाल कर छोड़ कर एक तरफ रख दिया जाता है, तब कुछ घंटों के बाद वह नरम और स्वादिष्ट हो जाता है, इसे ही आंवला मुरब्बा कहा जाता है। पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण आंवला मुरब्बा कई लाभ प्रदान कर सकता है।

आंवला मुरब्बा में फाइबर, कॉपर, मैंगनीज, पोटेशियम, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी और फोलिक एसिड पाए जाते हैं। फोलिक एसिड गर्भावस्था के दौरान हार्मोन को संतुलित करने में मदद करता है।

इसके अतिरिक्त आंवला में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट गुण इम्यूनिटी को मजबूत कर संक्रमण के जोखिम को कम करने में फायदेमंद है। फलतः प्रेगनेंसी में आंवला खाने के फायदे अनेकों हैं।

भ्रूण के विकास में सहायक (Amla Benefits In Pregnancy in Hindi )

प्रेगनेंसी में आंवला खाने के फायदे (Amla Benefits In Pregnancy) आपको चकित कर सकती है। कहते हैं की पेट में भ्रूण के विकास के लिए विटामिन ए एक आवश्यक तत्व है।

पेट में पलने वाले बच्चे के अंगों के समुचित विकास में यह अहम रोल निभाता है। इस प्रकार आंवला मुरब्बा में मौजूद गुण गर्भस्थ शिशु के विकास और जन्मजात दोषों को रोकने में भी मददगार होता है।

मॉर्निंग सिकनेस से राहत

गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस दौरान मॉर्निंग सिकनेस, उलटी व मतली, मुंह में पानी आना आम बात हो जाती है। ऐसे में आंवला मुरब्बा का उचित मात्रा में सेवन करना फायदेमंद माना जाता है।

एनीमिया से बचाएं आंवला मुरब्बा

गर्भावस्था के दौरान शरीर को पर्याप्त आयरन की पूर्ति जरूरी है। आयरन की कमी के कारण शरीर में हीमोग्लोबिन का लेवल कम हो जाता है। परिणामस्वरूप एनीमिया नामक बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।

चूंकि आंवला मुरब्बा विटामिन सी से भरपूर एक स्वादिष्ट फल है। इसमें मौजूद उच्च विटामिन सी शरीर में आयरन के अवशोषण में मदद करता है।

इस कारण से गर्भावस्था के दौरान आंवला मुरब्बा का सेवन शरीर में आयरन की कमी की भरपाई करता है। फलतः गर्भवती महिला के लिए अपने आहार में आंवला मुरब्बा का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है।

प्रतिरक्षा को मजबूत करने में सहायक

गर्भावस्था के दौरान कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण सर्दी, जुकाम व और भी कई संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे मे आंवले के मुरब्बा का सेवन बहुत ही फायदेमंद हो सकता है।

क्योंकि आंवला में मौजूद विटामिन सी इस प्रकार की समस्या में कारगर है। आंवला मुरब्बा अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण इम्यून सिस्टम को मजबूत कर गर्भवती महिलाओं में संक्रमण खतरा को कम करता है।

पाचन को तेज करने में फायदेमंद

आंवला मुरब्बा में मौजूद गुण गर्भावस्था के दौरान उल्टी और मतली को कम करने में सहायक होते हैं। लेकिन फाइबर का अच्छा स्रोत होने के कारण आंवला मुरब्बा पेट के लिए भी बहुत ही लाभदायक माना जाता है।

यह पाचन शक्ति को मजबूत कर गर्भावस्था के दौरान कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान अपने शरीर के वजन को कंट्रोल रखने में मदद करता है।

क्योंकि आंवला मुरब्बा कैलोरी और वसा दोनों में कम है, जो स्वस्थ शरीर के वजन को संतुलित बनाए रखने में मददगार है।

कोलेस्ट्रॉल कम करने में मददगार

आंवला मुरब्बा में पाया जाने वाला फाइबर ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार माना जाता है। इसके अलावा यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी संतुलित रखने में सहायक है। इस प्रकार देखा जाय तो आंवला मुरब्बा का सेवन माँ और पेट में पल रहे शिशु दोनों के लिए फायदेमंद है।

हड्डियों को स्वस्थ रखने में फायदेमंद

गर्भावस्था के दौरान शरीर में कैल्शियम की आवश्यकता बढ़ जाती है, क्योंकि भ्रूण अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए मां की हड्डियों से कैल्शियम को अवशोषित करता है।

ऐसे में गर्भवती महिला द्वारा आंवला मुरब्बा का सेवन शरीर में कैल्शियम के स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकता है।

सूजन से राहत (Amla During Pregnancy in Hindi)

गर्भावस्था के दौरान शरीर में कुछ आवशयक पोषक तत्वों की कमी के कारण गर्भवती महिलाओं के हाथों-पैरों में सूजन हो जाती है। आंवला मुरब्बा ऐसी समस्याओं से रक्षा में मदद करता है।

इसके अलावा आंवला ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी मददगार है। गर्भावस्था के दौरान अक्सर मूड खराब और तनावपूर्ण रहता है। जिसके लिए ब्लड प्रेसर उतार-चढ़ाव जिम्मेदार हैं। फलतः इस दौरान आंवले का सेवन ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने में मदद कर सकता है।

आंवला मुरब्बा के दुष्प्रभाव

हमने गर्भावस्था के दौरान आंवला मुरब्बा खाने के कई लाभों के बारे में जाना। लेकिन आंवला मुरब्बा के अत्यधिक सेवन से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।

  • गर्भावस्था के दौरान इसके अत्यधिक सेवन से गैस्ट्रिक और एसिडिटी की समस्या हो सकती है।

आंवला मुरब्बा खाने का सही तरीका (How To Eat Amla In Pregnancy)

आंवला मुरब्बा एक बहु-लाभकारी आहार है। गर्भवती महिलाएं इसे विभिन्न तरीकों से अपने आहार में शामिल कर सकती हैं। प्रेगनेंसी में आंवले के मुरब्बा के अलावा आंवले का इस्तेमाल पाउडर, चटनी, कैंडी, जूस और कई अन्य रूपों में भी किया जा सकता है।

गर्भावस्था के दौरान आंवला मुरब्बा की मात्रा

आंवला खाने की मात्रा शरीर की संरचना और क्षमता के अनुसार तय की जाती है। लेकिन गर्भावस्था के दौरान एक दिन में 1 या 2 आंवले का सेवन काफी है। इससे अधिक का सेवन हानिकारक भी हो सकता है।

प्रेगनेंसी में कब खाएं आंवला – (When to Eat Amla During Pregnancy)

वैसे तो दिन में किसी भी समय आंवला का सेवन किया जा सकता है। लेकिन गर्भावस्था के दौरान सुबह खाली पेट आंवला मुरब्बा का सेवन अधिक फायदेमंद माना जाता है। यह पूरे दिन ऊर्जाबान बनाए रखता है।

निष्कर्ष (Pregnancy me amla ka Murabba khana chahiye)

इस प्रकार आंवले का मुरब्बा एक स्वादिष्ट और पौष्टिक आहार है, जो गर्भावस्था के दौरान अत्यंत ही लाभकारी होता है। फलतः गर्भवती महिला को अपने आहार में इस सुपरफूड को शामिल करना मां और बच्चे दोनों के लिए आवश्यक है।

आंवले का मुरब्बा खाने के फायदे in pregnancy पूरी तरह से सुरक्षित माना जाता है। अतः गर्भवती महिलाओं को अपने आहार में आंवले का मुरब्बा को सम्मिलित करने का फैसला लाभकारी हो सकता है।

प्रेगनेंसी में आंवला का मुरब्बा कब खाना चाहिए?

गर्भावस्था की पहली तिमाही के दौरान आंवले का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि पहली तिमाही के दौरान मूड में बदलाव, मतली आदि जैसी परेशानी शुरू हो जाती है। ऐसे में खट्टे-मीठे स्वाद वाले आंवले का सेवन इन समस्याओं से रक्षा में लाभकारी हो सकता है।

इस लेख में प्रेगनेंसी में आंवले का मुरब्बा खाना चाहिए या नहीं (Amla Benefits In Pregnancy in Hindi) शीर्षक से वर्णित बातें केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है। आप इसे किसी भी तरह का चिकित्सा परामर्श अथवा विकल्प नहीं समझें।

इसको किसी चिकित्सा विकल्प के रूप में प्रयोग से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। हमारी वेबसाईट faydeaurnuksan.in इसमें वर्णित किसी भी चीज की ज़िममेदारी का दावा नही करता है।

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