सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीने के फायदे और नुकसान आपको अचंभित कर सकती है
सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीने के फायदे सवास्थ के दृष्टिकोण से अद्भुत माने जाते हैं। ग्रीन टी की गिनती दुनिया भर में एक लोकप्रिय पेय के रूप में होती है। यह स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से बहुत ही फायदेमंद माना जाता है।
हरी चाय का नियमित और संतुलित मात्रा में सेवन मस्तिसक के क्रियासीलता को बढ़ाने में मदद करता है। इसके आलवा यह पाचन संबंधी समस्याओं को दूर कर सिरदर्द से राहत दिला सकता है। यह पाचन संबंधी पेट की दिक्कतों को ठीक कर मेटाबॉलिज्म को स्ट्रॉन्ग बनाता है।
इसके असेवन वजन घटाने में मददगार माना जाता है। इतना ही नहीं ग्रीन टी का सेवन आपके स्वास्थ्य और त्वचा के लिए भी बेहद फायदेमंद हो सकती है।
लिप्टन ग्रीन टी के फायदे से तो आप परिचित होंगे। यह आसानी से मार्केट में उपलब्ध है। वैसे तो आजकल बाजार में कई ब्रांड और स्वाद के ग्रीन टी बजार में उपलब्ध हैं।
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ग्रीन टी के पोषण गुण और लाभ
ग्रीन टी का सदियों से जापान जैसे देशों में औषधीय पेय के रूप में प्रयोग होता आया है। जहां तक ग्रीन टी की गुणवत्ता की बात की जाय तो इसकी पत्तियों में कई यौगिक, विटामिन और खनिज मौजूद होते हैं।
एक अध्ययन के अनुसार ग्रीन टी कम कैलोरी वाला पेय है जिसमें प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और शुगर की बहुत ही न्यूनतम मात्रा होती है।
इसमें कुछ मात्रा में कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम सहित पॉलीफेनोल्स नामक एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होता है। आइये इस लेख में ग्रीन टी के कुछ फायदे के बारे में विस्तार से जानते हैं।
ग्रीन टी के 10 अद्भुत फायदे
हरी चाय का प्रयोग सदियों से कई स्वास्थ्य लाभ के लिए होता आया है। घरेलू चिकित्सा के रूप में इसका प्रयोग प्राचीन समय से भारत सहित दुनियाँ के की देशों में होता आया है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है ग्रीन टी
ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है इसमें पॉलीफेनोल्स नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। फलतः ग्रीन टी का सेवन हमारी सेल को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से रक्षा में मदद कर सकती है।
इसके आलवा इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। जो कैंसर, हृदय रोग सहित की अन्य बीमारियों के खतरे को कम करने में फायदेमंद हो सकता है।
मस्तिष्क के लिए ग्रीन टी के फायदे –
ग्रीन टी दिमाग की क्रियाशील कर उसे और भी बेहतर रूप से कार्य करने में मदद कर सकता है। क्योंकि एक अध्ययन के अनुसार ग्रीन टी में कैफीन मौजूद होता है जो मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बनाने में लाभकारी है। इससे उदासीनता दूर होती है और याददाश्त तेज होता है।
वजन कम करने में ग्रीन टी के फायदे –
ग्रीन टी का सेवन शरीर के मेटाबोलीजम (चयापचय) को और अधिक सक्रिय करने में मददगार माना जाता है। जो शरीर में अतिरिक्त चर्बी (वसा) को वर्ण करने में मददगार होता है।
इस प्रकार ग्रीन टी का अपने पेय आहार में शामिल करना वजन कम करने वालों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बन सकता है।
ग्रीन टी के फायदे मधुमेह नियंत्रण-
रोजाना हरी चाय पीने से रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद मिलती है। इसका प्रयोग टाइप 2 मधुमेह के विकास के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।
हृदय के लिए ग्रीन टी के फायदे –
चूंकि ग्रीन टी अंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। इसके साथ ही इसमें खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करना और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने का गुण होता है।
फलतः रोजन ग्रीन टी का संतुलित सेवन रक्तचाप को नियंत्रित कर हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है।
कहते हैं की जापान में ग्रीन टी पर एक अनुसंधान में पाया गया की हरी चाय में मौजूद पॉलीफेनोल्स (एंटीऑक्सिडेंट) हृदय रोगों के जोखिम को कम करने और स्ट्रोक से रक्षा में फायदेमंद होता है।
दीर्घायु बनाता है ग्रीन टी
जापन में लोगों का औसतन आयु अन्य देशों की तुलना में अधिक होती है। क्योंकि वहाँ के लोग अपने भोजन में प्राकृतिक चीज का अधिक महत्व देते है।
एक अध्ययन के अनुसार ग्रीन टी का नियमित सेवन लंबी आयु के लिए फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि इसमें कुछ ऐसे यौगिक मौजूद होते हैं जो शरीर के समग्र सवास्थ को ठीक रखने में सहायक है।
स्किन के लिए लाभकारी
कहा जाता है की हरी चाय में सूजन-रोधी और कैंसर-रोधी गुण मौजूद हैं। इसका सेवन त्वचा को स्वस्थ रखने में मददगार होता है।
एक अध्ययन के अनुसार ग्रीन टी त्वचा पर गलो और झुरीयों को नियंत्रित कर असमय बुढ़ापे के लक्षण को दूर करने में मददगार होता है।
खाली पेट ग्रीन टी पीने के नुकसान
अगर आपका हाई ब्लड प्रेशर अथवा हृदय रोगों का इलाज चल रहा है और आपको ग्रीन टी के सेवन परहेज करना चाहिए।
हरी चाय से कैफीन सहित कैफीन, प्रोप्रानोलोल (इंडेरल) और मेटोप्रोलोल (लोप्रेसर, टोप्रोल एक्सएल) लेने वाले लोगों में रक्तचाप बढ़ा सकता है।
इन दवाओं का उपयोग उच्च रक्तचाप और हृदय रोग के इलाज के लिए किया जाता है। रक्त पतला करने वाली औषधियाँ। जो लोग वारफारिन (कौडामिन) लेते हैं उन्हें ग्रीन टी नहीं पीनी चाहिए।
ग्रीन टी की तासीर गर्म होती है। फलतः इसका खाली पेट सेवन पेट में गर्मी को बढ़ा सकता है। जो कई समस्या को जन्म दे सकती है।
ग्रीन टी बनाने की विधि-
इसे घर पर तैयार करना बड़ा ही सरल है। सबसे पहले पानी को उबाल लिया जाता है उसके बाद उसमें ग्रीन टी का पाउडर अथवा पाउच डाल कर कुछ मिनट के लिए छोड़ दिया जाता है।
जब पानी का रंग बदल जाय तो यह पीने के लिए तैयार हो जाता है। इसमें स्वादानुसार नमक अथवा शुगर भी मिलाया जा सकता है।
आप चाहें तो इसमें आप नींबू मिलाकर भी पी सकते हैं। ग्रीन टी में नींबू डालकर पीने के फायदे भी अत्यंत ही गुणकारी होता है।
जानने की बातें (F.A.Q)
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क्या ग्रीन टी में कैफीन होता है?
हाँ। ग्रीन टी में कैफीन पाया जाता है जिसका अधिक सेवन मधुमेह रोगियों के लिए खतरा पैदा कर सकता है। खासकर टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों के शुगर लेवल का बढ़ने की संभावना हो सकती है।
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ग्रीन टी कितने दिन पीना चाहिए?
ग्रीन टी को आप रोजाना संतुलित मात्रा में लंबे समय तक लिया जा सकता है।
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ग्रीन टी पीने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
नाश्ते से ठीक पहले सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीने के फायदे जानकार आप चकित हो सकते हैं।
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सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीने के क्या फायदे हैं?
इसका सेवन पेट की समस्या जैसे पाचन तो ठीक रखने, कब्ज को दूर करने, पेट में गैस व दर्द को दूर करता है। आप चाहें तो इसे सोते समय भी लिया जा सकता है। सोते समय ग्रीन टी पीने के फायदे भी अद्भुत प्राप्त होते हैं।
इस लेख में सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीने के फायदे और नुकसान शीर्षक से वर्णित बातें केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है। आप इसे किसी भी तरह का चिकित्सा परामर्श अथवा विकल्प नहीं समझें।
इसको किसी चिकित्सा विकल्प के रूप में प्रयोग से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। हमारी वेबसाईट faydeaurnuksan.in इसमें वर्णित किसी भी चीज की ज़िममेदारी का दावा नही करता है।